श्रीनगर: संतो देवी। जिनके नाम में ही देवी है। भला उससे कोई राक्षस यानि कोई आतंकी कैसे बच सकता है। कुछ ऐसा ही कारनामा संता देवी ने कर दिखाया। संतो देवी सीआरपीएफ में अधिकारी हैं। 73वीं बटालियन में तैनात अधिकारी की टीम को इनपुट मिले थे कि आतंकी बारामुला से भारतीय सीमा में घुस सकते हैं। इस पर उनकी टीम चेकिंग में जुट गई।
उन्होंने नाके पर सामने से आ रही एक स्कूटी पर तीन लोग बिना हेलमेट आते देते और उनको रोक लिया। उन्हें जब रोका गया तो तीनों फायरिंग शुरू कर दी। हमले में एक जवान को सिर पर गोली लगी और वो शहीद हो गए। इसके तुरंत बाद पूरी टीम ने मोर्चा संभाल लिया। जवाबी फायरिंग में स्कूटी चला रहा आतंकी घायल हो गया।
जबकि दो मौके पर ही मारे गए। घायल आतंकी को पार्टी के जवानों ने थोड़ी दूर पर पकड़ लिया और अस्पताल में भर्ती कराया। संतो देवी ने जवानों के साथ बीच सड़क पर मोर्चा संभाल लिया था। संतो देवी हरियाणा की रहने वाली हैं और सीआरपीएफ में सेवारत हैं।