देहरादून : गैरसैंण में सत्र कराने को लेकर एक बार फिर से पूर्व सीएम हरीश रावत ने सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत पर हमला किया है. पूर्व सीएम हरीश रावत ने गैरसैंण के मुद्दे को उठाते हुए जनता को सवाल उठाने की अपील की है. हरीश रावत ने कहा कि आप भी जहां हैं, जैसे भी हैं, जिस रूप में हैं, अपना विरोध अवश्य प्रकट करें, “गैरसैंण” जीतना चाहिये।
हरीश रावत की पोस्ट
गैरसैंण को लेकर कुछ भ्रामक बातें कही जा रही हैं, गैरसैंण को लेकर कुछ दुष्चक्र भी रचा जा रहा है, खैर ऐसा करने वाले भी सामने आ जायेंगे। माननीय मुख्यमंत्री जी के बयान के बाद कि, गैरसैंण में ठंड लगती है, अब राजनीति में या तो गैरसैंण समर्थक हैं, ठंडे समर्थक हैं, जो ठंड में भी खड़े होने को तैयार हैं और दूसरी तरफ ओ लोग हैं, जिनको सुविधा चाहिये, जिनको कोजी-कोजी वातावरण चाहिये। देखते हैं, विधायकों से मैंने स्वयं अनुरोध किया है कि, उनको गैरसैंण नहीं आना चाहिये, वो विधानसभा में रहें, जनता के बहुत सारे सवाल हैं, उनको उठायें। मगर गैरसैंण के झण्डे को ऊंचा उठाकर के रखने वाले लोग इस अवसर पर गैरसैंण में जुटेंगे ही, क्योंकि यदि हम अपना गुस्सा नहीं दिखायें, अपनी तकलीफ नहीं बतायेंगे, तो फिर यह ठंड गैरसैंण के साथ, उत्तराखण्ड के साथ चिपक जायेगी, फिर हर कोई ठंड का बहाना लेकर गैरसैंण और गैरसैंण जैसी जगहों से कन्नी काटने लगेगा। मेरी मजबूरी है कि, मुख्यमंत्री जी के इस बहुत दुःखद बयान के बाद, मैं चुप बैंठू यह सम्भव नहीं है। इसलिये 4 तारीख को मैं सांकेतिक ही सही अपने उपवास के जरिये, अपना विरोध प्रकट करूंगा। आप भी जहां हैं, जैसे भी हैं, जिस रूप में हैं, अपना विरोध अवश्य प्रकट करें, “गैरसैंण” जीतना चाहिये।