सितारगंज: ऊधमसिंह नगर जिले में बड़ी संख्सा में तालाब थे। लेकिन, बदलते वक्त के साथ तालाब गायब होते चले गए या फिर उनके अस्तित्व पर खतरा मंडराने लगा। जिले के दिनेशपुर, कोशीपुर और सितारगंज में बड़ी संख्या में सरकार जमीन पर तालाब आज भी हैं, लेकिन गंदगी और अतिक्रमण के चलते सिमटते जा रहे हैं। लेकिन, अब ग्राम पंचायत विकास विभाग ने इन तालाबों को फिर से अस्तित्व में लाने की योजना तैयार ही है। इसके तहत सितारगंज में सर्वे किया गया, जिसमें अकेले सितारगंज तहसील क्षेत्र में ही 287 तालाब खोदे जाएंगे।
सितारगंज तहसील क्षेत्र के 287 तालाबों का सत्यापन पूरा कर लिया गया है। तहसीलदार और बीडीओ ने बैठक लेकर तालाबों की स्थिति के बारे में जानकारी ली। बीडीओ ने कहा कि जल्द ही मनरेगा योजना से तालाबों का खुदान शुरू कराया जाएगा। तहसीलदार जगमोहन त्रिपाठी और बीडीओ हरीश चंद्र जोशी ने राजस्व उपनिरीक्षक, ग्राम पंचायत विकास अधिकारी और सर्वे टीम के साथ बैठक कर तालाबों के सीमांकन की रिपोर्ट जानी।
287 तालाबों का सत्यापन कार्य पूरा कर लिया गया है। नानकमत्ता नगर पंचायत क्षेत्र में मौजूद नौ तालाब में से सात पर अवैध कब्जा है। उन्होंने बताया कि अतिक्रमिण कर तालाबों को मुक्त कराने के लिए डीएम को रिपोर्ट भेजी जा रही है। साथ ही नगरीय क्षेत्रों में नगर पालिका और नगर पंचायत की ओर से तालाब खाली कराए जाएंगे। इसके लिए सभी ईओ को निर्देश भी दिए गए हैं। बताया कि ब्लॉक की ओर से तालाबों का निर्माण कराया जाएगा।