रुद्रप्रयाग: भागवान भोले नाथ के धाम तृतीय केदार तुंगनाथ मंदिर के कपाट शीतकाल के लिए ब बंद कर दिए गए हैं। वैदिक मंत्रोच्चार और श्रद्धालुओं के जयकारों के बीच कपाट बंद किये गए। इस दौरान बड़ी संख्या में श्रद्धालु मौजूद रहे।
पूजा अर्चना, श्रृंगार, मंदिर में भोग लगने के पश्चात स्वयंभू शिवलिंग को समाधि दी गई। इसके पश्चात तृतीय केदार तुंगनाथ के कपाट शीतकाल के लिए बंद किए गए। कपाट बंद होने के बाद तुंगतान की चल विग्रह डोली ने मंदिर की परिक्रमा की। इसके बाद डोली ने शीतकालीन गद्दी स्थल मक्कूमठ की ओर प्रस्थान किया। उत्सव डोली आज पहले पड़ाव चोपता में विश्राम करेगी। रास्ते में डोली का भव्य स्वागत किया गया। उत्सव डोली सात नवंबर को भनकुन में प्रवास करेगी। आठ नवंबर को शीतकालीन गद्दीस्थल मक्कूमठ पहुंचेगी।