देहरादून,संवाददाता- पहाड़ों में बेहतर स्वास्थ्य सेवा पहाड़ के भूगोल जैसी विकट हो गई हैं। इस समस्या से जनता तो हलकान है ही सूबे की सरकार भी परेशान हो गई है। आलम ये है कि सरकारी पगार लेने वाले चिकित्सकों के रवैए की आलोचना के लिए राज्य के मुखिया तक मजबूर हो गए हैं। पिछले दिनों हुए तबादलों पर ज्यादातर डक्टरों ने अमल नहीं किया। जिस पर मुख्यमंत्री ने अपनी कड़ी नाराजगी जाहिर करते हुए कहा था कि डाक्टरों का ये रवैया किसी भी लिहाज से सही नहीं है। सीएम ने कहा कि सबको मैदानी इलाके में ही सेवा देनी है तो पहाड़ की जनता की दुख-तकलीफ को कौैन हल करेगा।