देहरादून: पिछले दिनों देहरादून के माता मंदिर रोड़ पर बुटीक चलाने वाले कामना की हत्या कर दी गई थी। देर रात को जिस ढंग से घटना कां अंजाम दिया गया। उससे पुलिस भी उलझती दिखी, लेकिन पुलिस ने जिस गंभीरता से जांच करते हुए दो टीमें बना ली। टीमों ने योजना से काम किया और एक-एक कर घटना से जुड़ी गुत्थियों को सुलझाते गए। कामला की हत्या के राज से पर्दा उठा तो पुलिस को बेहद चैंकाने वाली बातें पता चली। पुलिस जिस रिंकू को कामना का हत्यारा मानकर चल रही थी। उसकी हत्या कामना का पति पहले ही करा चुका था।
अभियुक्त दीपक शर्मा ने उगले राज
पूछताछ में अभियुक्त दीपक शर्मा ने बताया कि अशोक उर्फ कपिल उसका बचपन का दोस्त था। इन दोनों ने सरधना में साथ में पढाई की थी। 2008-09 में अशोक चकराता रोड पर एक पीसीओ और डीजे में एक रजनी नाम की युवती के साथ काम करता था, जिसके साथ उसके घनिष्ठ सम्बन्ध थे। कामना का विवाह पूर्व में रजनी के भाई सनी के साथ तय हुआ था। कामना व अशोक उर्फ कपिल की पहचान रजनी के माध्यम से हुई। धीरे-धीरे उन दोनों के बीच नजदीकियां बढ़ने लगी, जिस कारण कामना ने सनी के साथ विवाह करने से इन्कार कर दिया।
अशोक और कामना साथ रहने लगे
इसके बाद अशोक और कामना साथ रहने लगे। लेकिन, कुछ समय बाद अशोक, कामना से शादी करने मंे आनाकानी करने लगा। कामना की जिद्द के कारण अशोक ने पहले उसके साथ कोर्ट मैरिज की और फिर 2014 में दोनांे परिवारों की सहमति से विवाह कर लिया। विवाह के बाद कामना ने माता मन्दिर रोड पर घर लेकर अपना बुटिक शुरू किया। अशोक भी अपने परिजनों को छोड़कर उसके साथ रहने लगा। अशोक बेहद लालची बताया जाता है।
कामना के चरित्र को लेकर उस पर शक करता था। जिस कारण दोनांे के बीच मनमुटाव रहता था। अशोक और कामना ने अपने कारोबार के लिये कई बैंकों से लोन के साथ मार्केट से भी कई लोगों से लगभग 60 से 70 लाख उधार लिया था। इस बीच कामना की आयुष नाम के एक व्यक्ति, जो फाइनेंसर का काम करता था, के साथ जान-पहचान हो गयी। आयुष के साथ नजदीकियां बढने से उसका अक्सर कामना के घर आना जाना हो गया। फोन के माध्यम से भी काफी बातचीत होने लगी।
अशोक और दीपक बनाई पूरी कहानी
अशोक ने पूरी कहानी अपने बचपन के दोस्त दीपक शर्मा को 2018 में कामना व आयुष के रिश्ते की जानकारी देते हुए बताया कि वह कामना के चरित्र को लेकर काफी परेशान है। आर्थिक रूप से भी काफी कर्जे में डूब चुका है। जिस कारण उसने दीपक शर्मा के साथ मिलकर कामना को रास्ते से हटाने का फैसला किया। अशोक का मानना था कि कामना को रास्ते से हटाने से उसे उससे छुटकारा मिल जायेगा। इसके लिये अशोक ने दीपक शर्मा को रिंकु उर्फ अजय वर्मा के सम्बन्ध में बताया। रिंकू उर्फ अजय वर्मा आपराधिक व आवारा किस्म का लड़का है। डालनवाला थाने में उसके खिलाफ हत्या का मुकदमा भी दर्ज है।
रिंकू की राजस्थान में लेजाकर हत्या
तय किया गया कि अगर पहले उसकी हत्या कर दें तथा उसके पश्चात कामना की हत्या कर इल्जाम रिंकू उर्फ अजय वर्मा पर लगा दें तो इस सम्बन्ध में किसी को कोई जानकारी प्राप्त नहीं हो पायेगी, क्योंकि रिंकू को कोई पूछने वाला नहीं है। कामना की हत्या कर उसका नाम आसानी से लिया जा सकता है।योजना के तहत दीपक ने अशोक को मेरठ ले जाकर अपने छोटे भाई गौरव व गौरव के दोस्त परवेज उर्फ बसरू से मिलवाया। दोनां की हत्या के लिये फिरौती की रकम 2 लाख्तय हुई। 1 लाख रूपये उन्हें रिंकू की हत्या करने पर शेष 1 लाख रूपये कामना की हत्या करने के बाद मिलना तय हुआ।
बर्थडे पर बनी योजना
योजना के मुताबिक पहले पिछले साल नवंबर में अशोक के जन्मदिन पर दीपक, गौरव व उसका दोस्त परवेज देहरादून पहुंचे तथा देहरादून में होटल आनन्दा में रूके। अशोक ने अपने जन्मदिन के बहाने रिंकु उर्फ अजय वर्मा को अपने दोस्त के सहस्त्रधारा स्थित घर पर बुलाया। रिंकू को राजस्थान में नौकरी दिलाने की बात कहकर दीपक, गौरव व परवेज के साथ राजस्थान भेज दिया। राजस्थान जाने के लिये गाडी अशोक ने बुक की गयी थी। चार नंवंबर 2018 को सरधना मेरठ पहुंचने पर दीपक वहीं रूक गया। गौरव व परवेज रिंकु उर्फ अजय वर्मा को लेकर राजस्थान चले गये। राजस्थान पहुंचने पर परवेज ने रिंकू को शराब में जहरीला पदार्थ मिलाकर पिला दिया। उसके बाद गला घोटकर उसकी हत्या कर दी। उसके शव को राजस्थान में चुरू नामक स्थान पर मुख्य हाइवे से एक किलोमीटर अन्दर फेंककर वापस आ गये। रिंकू की हत्या करने के बाद अशोक ने गौरव व परवेज के माध्यम से कई बार कामना को रास्ते से हटाने का प्रयास किया।लेकिन, परवेज के हत्या से इन्कार करने पर वह इसमें कामयाब नहीं हो सका। परवेज को डर
था कि देहरादून में कामना की हत्या करना सुरक्षित नहीं है।
पहले ही हो जानी थी हत्या,परवेज़ ने किया था मना
इससे उनके द्वारा पूर्व में की गयी रिंकू की हत्या से भी पर्दा उठ सकता है। परवेज के इन्कार करने के बाद गौरव ने अशोक से सम्पर्क किया और बताया कि नवम्बर में उसका विवाह होना है। जिसके लिये उसे पैसों की आवश्यकता है और वह अकेले ही कामना की हत्या कर सकता है। योजना के तहत गौरव ने अपने साथी से अशोक को घटना में प्रयुक्त पिस्टल दिलवायी। 28 को ही देहरादून पहुंच गया था। उस दिन अशोक उर्फ कपिल के घर पर ही रूका। रात को कामना की हत्या करने का प्लान था, लेकिन उसी दिन उसके घर पर कामना के परिचित लोगों के आने के कारण उस दिन हत्या नहीं कर पाये।
कामना के सिर पर और खुद को गोली मारने के लिए कहा
अगले दिन रात को जब कामना अपने बैड पर लेटी हुई थी तो कपिल के कहने पर गौरव के ने कामना के सिर पर गोली मारकर कामना की हत्या करने के उपरान्त अशोक के कहने पर उसके पेट में बांयी साइड से गोली मार दी। घटना स्थल के डीवीआर के साथ गौरव को अपनी टाटा विस्टा कार के साथ मेरठ रवाना किया गया। मृतक रिंकू के शव के सम्बन्ध में जानकारी प्राप्त करने नेहरू कालोनी से एक टीम को राजस्थान रवाना किया गया है। घटना का खुलासा करने वाली पुलिस टीम को श्रीमान महानिदेशक, कानून व्यवस्था महोदय द्वारा रू0 10000 पुलिस महानिरीक्षक गढ़वाल की ओर से रूपये 5000 और एसएसपी की ओर से 2500 रुपये के इनाम की घोषणा की गयी।