गैरसैंण: कहते हैं कि जो हौसला रखता है। उसे सफलता भी मिल जाती है। लेकिन, हौसला और उम्मीद साथ छोड़ने लगती है। निराशा घेरने लगती है और हर तरफ बस दुख ही नजर आते हैं। ऐसा कुछ दो साल पहले यूपी के सुल्तानपुर के परिवार के साथ हुआ था। उनका बेटा बिना बताये घर से कहीं गुम हो गया था। पुलिस से भी गुहार लगाई। पुलिस काफी तलाश की, लेकिन उसका कहीं पता नहीं चला। अब उत्तराखंड पुलिस की वहज से उनको उनको खाया बेटा और गमों तब्दील हो चुकी खुशियां वापस मिल गई हैं।
पुलिस को मिला अनजान के घूमने की सूचना
दरअसल, गैरसैंण से पुलिस को 29 अगस्त को प्रकाश शाह ने सूचना दी थी कि एक युवक लावरिश घूम रहा है। गैरसैण पुलिस युवक को थाने लाकर उसे खाना खिलाया गया और फिर पूछताछ की। पूछताछ में उसने अपना नाम लहुरी निशाद निवासी बरूई थाना गोसाईगंज जिला सुल्तानपुर बताया। उसकी उम्र 26 साल है।
दो साल से था लापता
उसने बताया कि दो साल पहले वो बिना बताये घर से कहीं गया था। इस दौरान वो रास्ता भटक गया था। रास्ता भटकने के बाद वो साधुओं के साथ आकर शिवालय धुनारघाट मंदिर में रहने लगा था। पुलिस ने उसके परिजनों का पता खोज निकाला और उनको फोन कर बुलाया।
पुलिस ने परिजनों का पता लगाकर उनको सौंपा
एक सितंबर को परिजन गैरसैण पर आये और उन्होंने बताया कि उनका बेटा मानसिक रूप से अस्वस्थ था। दो साल पहले कहीं गुम हो गया था। तब से ही उसकी खोज कर रहे थे। वो उसे फिर से वापस पाने की उम्मीद खो चुके थे, लेकिन उत्तराखंड पुलिस ने उनको उनकी खोई खुशियां लौटा दी। परिवार ने पुलिस का धन्यवाद किया और बेटे को साथ लेकर चले गए।