सितारगंज: सितारंगंज के मटिया गांव में सरकारी राशन की कालाबाजारी का बड़ा मामला सामने आया है। गरीबों के हिस्से का राशन गोदामों में कैद किया गया है। एसडीएम ने मटिया गांव में उत्तराखंड सरकार के एमएस 2017-18 मार्का बाले 920 कट्टे गेहूं और चावल के बरामद किए हैं। गोदाम को सील कर दिया गया है। अब प्रशासन इस जांच में जुट गया है कि राशन आया कहा से और कैसे गोदाम में स्टोर किया गया। जबकि राशन के कट्टों पर एक साल पुराना मार्का लगा हुआ है।
सितारगंज क्षेत्र के मटिया गांव में काफी लंबे समय से बंद पड़े गोदाम में उप जिलाधिकारी मनीष बिष्ट ने छापेमारी कर सरकारी राशन से भरे 920 कट्टे बरामद किए हैं। मनीष बिष्ट को मुखबिर ने एसएमआई गोदाम से सरकारी गेहूं और चावल से भरे एक ट्रक को भी पीछा कर रोगा गया और उसे पकड़ लिया गया। गोदाम से चावल के 270 और गेंहू के 630 कट्टे बरामद हुए है। इसके अलावा खाली बरदाना जिस पर उत्तराखंड मार्के के 1000 कट्टे जबकि हरियाणा मार्के के 550 खाली कट्टे मौके से मिले है। सभी कट्टों पर उत्तराखंड सरकार का के एमएस 2017-18 मार्का लगा है।
सवाल यह है कि एसडीएम ऑफिस मंडी परिसर और मंडी में सीसीटीवी होने के बाद भी और बाकायदा कर्मचारी तैनात किए जाने के बाद भी सरकारी राशन की कालाबाजारी की जा रही है। इससे इस बात की ओर इशारा हो रहा है कि राशन की कालाबाजारी कर्मचारियों की मिलीभगत से ही हो रहा था। प्रशासन की नाक के नीचे सरकारी राशन पुराने गोदाम में स्टॉक किया जा रहा था और प्रशासन को इसकी भनक तक नहीं लगी।