कनाडा के एक तट का नाम है नोवा स्कोटिया। इस तट से करीब 200 फीट दूर एक टापू है ओक । जिसे ओक आयलैंड के नाम से भी जाना जाता है। 140 एकड़ में फैले और समुद्र से महज 36 फीट ऊंचे ओक आयलैड के बारे में कहा जाता है कि यहां जमीन के भीतर अकूत खजाना दबा है।
1795 से उस खजाने के लालच में खोज जारी है लेकिन अभी तक कोई कामयाब नहीं हुआ। कहते हैं सबसे पहले 1795 में कुछ किशोर लड़कों ने ओक आयलैंड मे एक रहस्यमयी रौशनी देखी। कौतुहल बच्चे जब वहां पहुंचे तो उन्हें वहां पर ताजा खुदा हुआ एक खड्डा दिखाई दिया। उन्होंने उस गड्डे की खुदाई की तो वे आशर्यचकित रह गए उन्हें खड्डे के अंदर एक पत्थर का टुकड़ा मिला जिस पर लिखा हुआ था कि चालीस फीट की गहराई पर दो मिलियन पाउंड दफन है।
जमीन के भीतर दौलत को तलाशने की कईयों ने कोशिश की लेकिन कोई कामयाब नही हुआ। यहां तक कि अमेरिका के राष्ट्रपति फै्रंकलिन डी रूजवेल्ट ने भी ओक आयलैंड की दौलत ढूंढने की कोशिश की थी । हालांकि तब वे अमेरिका के राष्ट्रपति नही थे।
आज भी लालच के मारे लोग पत्थर पर लिखी इबारत को सच मान रहे हैं और धन की तलाश करने दीप की ओर चले जाते है लेकिन जब उन्हें पता चलता है कि जमीन के भीतर के खजाना के लालच मे 1861 से लेकर 1965 तक 6 लोगों की मौत हो चुकी है तो हिम्मत जवाब दे जाती है।
ओक आयलैंड मे इस खजाने के बारे में कहा जाता है कि ये खजाना तब मिलेगा जब ये सात लोगों की जान ले लेगा। इस खजाने के लालच में पहली मौत 1861 में एक मजदूर की हुई थी मजदूर पंप फटने से मरा था। फिर 1951 मे मेनार्ड कैजर नाम का व्यक्ति पत्थर को हटाते वक्त मरा। फिर 1965 में यहां एडवंचरर राबर्ट रेस्टाल, उसका बेटा और दो काम करने वाले ओकलैंड में एक गड्ढे में गिर गए और उनकी मौत हो गई थी।