रुद्रप्रयाग : केदारनाथ आपदा की आज छठी बरसी है. 16 जून 2013 को आई भयंकर आपदा के छह साल बाद केदारनाथ के हालात बदल गए हैं. आपदा के बाद आशंका जताई जा रही थी कि श्रद्धालु मन में डर लिए केदारनाथ की ओऱ कम रुख करेंगे लेकिन छह साल बाद भी केदारनाथ बाबा की आस्था भक्तों को केदारनाथ के दर पर खींच लाई. जिससे अंदाजा लगाना मुश्किल है कि छह साल पहले यहां तबाही का मंजर था, हर ओर त्राही-त्राही थी और हर ओर लाशें बिछी हुई थी.
36 दिन में 6.32 लाख से अधिक श्रद्धालु कर चुके हैं केदार बाबा
आपको बता दें कि केदारनाथ यात्रा के 36 दिन ही बीते हैं कि अब तक 6.32 लाख से अधिक श्रद्धालु केदार बाबा के दर्शन कर चुके हैं। जिससे यात्रा से जुड़े हजारों व्यापारियों के भी चेहरे खिला दिए हैं। केदारपुरी में प्रधानमंत्री के ड्रीम प्रोजेक्ट के तहत होने वाले कार्य भी तेज गति से हो रहे हैं।
हाइवे को आलवेदर रोड बनाया जा रहा है
आफको बता दें कि 16 जून 2013 की आपदा में गौरीकुंड हाइवे रुद्रप्रयाग से लेकर गौरीकुंड तक कई स्थानों पर पूरी तरह बह गया था। लेकिन अब इस हाइवे को आलवेदर रोड के तहत बनाया जा रहा है। फिलहाल हाइवे की कटिंग का कार्य पूरा हो चुका है।
श्रद्धालुओं की संख्या में बढ़ोतरी
बता दें कि आपदा के बाद 2014 में कुल 39500 श्रद्धालुओं ने बाबा के दर्शन किए थे जिसे बाद आज 2019 में 36 दिनों के अंदर 632576 (14 जून तक) श्रद्धालु बाबा के दर्शन कर चुके हैं.
केदार बाबा की शक्ति औऱ भक्ति ही थी जो की हालात तेजी से बदले
आपको बता दें कि 2013 में आई आपदा के बाद जहां आस टूट गई थी लेकिन ये केदार बाबा की शक्ति औऱ भक्ति ही थी जो की हालात तेजी से बदले औऱ केदारनाथ में पीएम मोदी के ड्रीम प्रोजेेक्ट शुरु हुआ. इसके तहत केदारनाथ समेत पैदल मार्ग के यात्रा पड़ावों पर यात्रियों के ठहरने के लिए पर्याप्त इंतजाम किए गए हैं। धाम में यात्रियों के लिए शानदार कॉटेज बनाए गए हैं। इसके अलावा तीर्थ पुरोहितों के लिए भी 210 भवनों का निर्माण कराया गया है। जबकि नए यात्रा मार्ग के दस किमी हिस्से में भीमबली से लेकर केदारनाथ तक कई छोटे बाजार विकसित किए गए हैं। सरकार की ओर से जुटाई गई व्यवस्थाओं का ही नतीजा है कि इस बार धाम में रिकॉर्ड यात्री पहुंच रहे हैं। केदारनाथ यात्रा के इतिहास में यह पहला मौका है, जब पूरी रात मंदिर दर्शनों के लिए खुला हुआ है।
इस पर जिलाधिकारी मंगेश घिल्डियाल का कहना है कि केदारनाथ दर्शन करने वाले यात्रियों की संख्या में लगातार बढ़ोत्तरी होना भविष्य के लिए शुभ संकेत है। प्रशासन यात्रियों की सुविधाओं को पूरा ख्याल रख रहा है। कोशिश है कि यात्रियों को किसी तरह की शिकायत न हो।