प्रदेश में आपदा प्रबन्धन प्राधिकरण को मजबूती प्रदान करने के उद्देश्य से खोज एवं बचाव उपकरणों से सुसज्जति वाहनों की व्यवस्था की जा रही है, जिसकी शुरूआत प्रदेश में जनपद अल्मोड़ा से की जा रही है यह बात मुख्यमत्री हरीश रावत ने स्थानीय सर्किट हाउस में एसे वाहनों को हरी झण्डी देखाकर रवाना करते हुये कही। उन्होंने कहा कि इस तरह के प्रयासों से जहां एक ओर आपदा एवं वाहन दुर्घटना के दौरान त्वरित प्रतिवादन हेतु कार्यवाही की जा सकेंगी वही विभाग में उपलब्ध वाहन को मोडीफाइड कर उपकरणों, वुडकटर, आयरन कटर, कंकरीट कटर, स्टेचर, रोपवे, सीट हारनेस, जुमार, डिसेन्डर, सर्च लाइट, ड्रेगन लाइट, कम्बल, बचला, सब्बल, गेती आदि से सुसज्जति किया गया है। इस तरह की व्यवस्था से जिला आपातकालीन परिचालन केन्द्र के दूरभाष नम्बर 05962,237874,237875 व टॉल-फ्री नम्बर 1077 में सूचना प्राप्त होते ही वाहन को तत्काल घटना स्थल के लिये भेजा जा सकेंगा। उन्होंने ने आपदा प्रबन्धन विभाग के माध्यम से जनपद के पुलिस थानों व तहसीलों हेतु खरीदे गये उपकरणों का भी वितरण किया।
जिलाधिकारी सविन बंसल ने बताया कि आपदा प्रबन्धन प्राधिकरण को प्रशिक्षण देकर मजबूत बनाया जा रहा है। जनपद में स्थापित आपदा प्रबन्धन परिचालन केन्द्र 24 घण्टे अपनी सेवायें प्रदान कर रहा है। इस अवसर पर विधानसभा अध्यक्ष गोविन्द सिंह कुंजवाल, विधायक मनोज तिवारी, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के0एस0 नगन्याल, मुख्य विकास अधिकारी प्रकाश चन्द्र, अपरजिलाधिकारी ईला गिरि, उपजिलाधिकारी विवेक राय, आपदा प्रबन्धन अधिकारी राकेश जोशी सहित अनेक गणमान्य लोग, जनप्रतिनिधि व अधिकारी उपस्थित थे।