संवाददाता। नोटबंदी के बाद सीमा पार से भले ही नकली नोटों की खेप पर लगाम लगी हो, लेकिन देश के अंदर नए नोटों की स्कैनिंग कर नकली नोट का धंधा खूब पनप रहा है। उत्तर प्रदेश में लखनऊ क्राइम ब्रांच ने जब इस नकली नोट छपाई की सूचना पर छापा मारा तो मौके से नकली नोटों के साथ दो महिलाएं भी गिरफ्तार हुई, जो इस रैकेट को चला रही थी। दरअसल, राजधानी लखनऊ के विकासनगर थानाक्षेत्र में नकली नोटों की छपाई की सूचना पर लखनऊ क्राइम ब्रांच ने जब छापा मारा तो एक तरफ घर में नोटों की स्कैनिंग का काम हो रहा था तो दूसरी तरफ इस धंधे को चलाने वालों में पुलिस टीम के सामने दो बहनें थी। पुलिस ने तलाशी ली तो इनका रियल स्टेट कारोबारी दोस्त भी पकड़ा गया। मोहम्मद खालिद, रितु त्रिपाठी उर्फ राशि और विनीता पांडे, ये तीनों ही इस नोट स्कैन कर चलाने का कारोबार चला रहे थे। पुलिस को इनके पास से 500 और 2000 के 2 लाख रुपए के नकली नोट मिले हैं।
ऐसे खपाते थे जाली नोट
इन नोटों को ये एक प्रिंटर की सहायता से छाप रहे थे और खुद ही मार्केट में खपाने का काम भी करते थे। वैसे भी किसी भी व्यक्ति के सामने नए नोट रहते तो अमूमन नोट के जाली होने का ना तो किसी को शक होता और ना ही किसी को तरीका मालूम रहता, जिससे पता चले नोट नकली तो नहीं। इसी का वो फायदा उठाते थे। अब पुलिस इन लोगों से पूछताछ कर रही है। पुलिस को उम्मीद है कि नोट छापने के कारोबार में आगे की कड़ियों के साथ कागज सप्लायर तक भी पहुंचने में उसे मदद मिलेगी।