किच्छा: किच्छा चीनी मिल में बाहरी गन्ने की जबरदस्त आवक के चलते स्थानीय किसानों की परेशानी बढ़ गई है। 1 से 4 दिन इंतजार के बाद ही स्थानीय किसान अपना गन्ना तुलवा पा रहे हैं। गन्ना विभाग बाहरी गन्ने की खरीद पर अंकुश लगाने में पूरी तरह से नाकाम साबित हुआ है, जिसका नुकसान स्थानीय किसानों को भुगतना पड़ रहा है। आलम यह है कि सरकारी तंत्र पूरी तरह फेल साबित हो रहा है। किसानों को खुद ही बाहरी गन्ने की आवक को रोकना पड़ रहा है।
किसान गन्ना सैंटरो पर खड़े होकर बाहरी गन्ने को रोक रहे हैं। बाहरी गन्ना आने से किसानों की परेशानी लगातार बढ़ती जा रही है। इसके अलावा यूपी से लगे गन्ना सैंटरों से बाहरी क्षेत्र का गन्ना आना शुरू हो गया है। इसको लेकर किसानों में भी भारी आक्रोष है। इससे क्षेत्र में गन्ने की तस्करी भी बढ़ गई है। यूपी से बड़ी मात्रा में गन्ना आ रहा है। जबकि स्थानीय किसानों को अब घंटों इंतजार के बाद गन्ना तुलवाना पड़ रहा है।
किसानों ने आरोप लगाया कि गन्ना विभाग की ओर से केवल बयानबाजी की जा ही है। किसान नेता डाक्टर गणेश उपाध्याय ने कहा कि कुछ दलाल गन्ने की चीनी मिल में सेटिंग कर बाहर से गन्ना लाकर गन्ना सेंट्रो में तुलवा रहे हैं। यह भी आरोप है कि 40 कुंटल की पर्ची 80 कुंटल में करा कर मेन गेट पर तुलवा रहे हैं। किसान नेता किसान परेशान हो रहा है और दलाल मजे ले रहे हैं। उनका कहना है कि अधिकारियों को कार्रवाई करनी चाहिए, लेकिन वो चुप्प बैठे हैं।