गंगोत्री: गंगा अपने उद्गम में ही मैली हो रही है। गोमुख में कूड़ा डंप किया जा रहा है। इतना ही नहीं लोग गोमुख में ही कूड़ा जलाया जा रहा है। गोमुख में 10 पुराने बिस्कुट यानि 2008 के बिस्कुट का रेपर वहां पड़ा मिला। आईआईटी, रुड़की के छात्रों का एक दल स्वच्छता अभियान के के गोमुख पहुंचा। उन्होंने कूड़ा जमा करते हुए पाया कि वहां दस साल तक पुराना कूड़ा डंप पड़ा हुआ है। कूड़ा उठाने के लिए 40 बोरे लेकर गए थे, जिसमें से 30 बोरे केवल गोमुख के पास पड़े कूड़े से ही भर गए।
आईआईटी रुड़की के छात्रों के दल ने गोमुख, भोजवासा, तपोवन और चीड़बासा क्षेत्र में ट्रैकिंग कर सफाई अभियान चलाया। अभियान के दौरान दल को गोमुख के पास पत्थरों के बीच में जगह-जगह कूड़ा जमा मिला। बड़े-बड़े पत्थरों के बीच कूड़े के ढेर पड़े थे। टीम ने 20 सितंबर की सुबह भोजवासा कैंप से गोमुख की यात्रा शुरू की थी।
छात्रों के दल में शामिल आईआईटी के उप कुल सचिव एके श्रीवास्तव ने बताया कि पत्थरों के बीच पड़े कूड़े को देखकर ऐसा लग रहा था कि कूड़ेदान हाल में ही उलटा गया है। छात्रों ने 1200 किलो से अधिक कूड़े को गंगोत्री लाकर इसके निस्तारण के लिए नगर पंचायत प्रशासन के सुपुर्द किया।