देहरादून। कोविड -19 महामारी पर नियंत्रण पाने के लिए जहां मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने सभी विधायकों को 1 करोड़ रुपए विधायक निधि से कोरोना के रोकथाम पर खर्च करने के निर्देश दिए थे, वहीं सत्ता पक्ष के कई मंत्री और विधायक विधायक निधि से कोरोना महामारी पर नियंत्रण पाने के लिए खर्च करने में भी कंजूसी कर रहे। गिने-चुने मंत्रियों और विधायकों ने अपनी विधायक निधि से बजट जारी किया है।
मंत्रियों में सबसे पहले गणेश जोशी ने अपनी विधायक निधि से 1 करोड़ रुपये स्वास्थ्य सुविधाओं को बेहतर करने के लिए दिए थे तो वही बीजेपी विधायक उमेश शर्मा काऊ ने भी एक करोड़ पर विधायक निधि से स्वास्थ्य सुविधाओं को दुरुस्त करने के लिए दिए लेकिन इन सबके बीच ज्यादातर मंत्री और विधायक यह नहीं समझ पा रहे हैं कि वह स्वास्थ्य सुविधाओं को बेहतर करने के लिए बजट खर्च कहां करें।
यही वजह है कि कुछ विधायक जहां अभी 20 से 25 और 30 लाख पर अटके हुए हैं तो कई विधायकों ने अभी तक विधायक निधि खर्च करने साहस नहीं जुटा पाए है कि आखिर वह इस महामारी में अपनी विधायक निधि से क्यों विधायक निधि खर्च करें। लेकिन इन सबके बीच प्रदेश के सबसे सीमांत जनपद के कांग्रेस विधायक हरीश धामी ने दिल खोलकर विधायक निधि से अपने क्षेत्र में स्वास्थ्य सुविधाओं को दुरुस्त करने के लिए अपनी विधायक निधि से बजट जारी किया है।
जिसके तहत उन्होंने अपनी विधानसभा क्षेत्र धारचूला एवं मुनस्यारी में मिनी ऑक्सीजन प्लांट की स्थापना के लिए 90 लाख रुपये तथा अपनी विधानसभा के सभी ग्राम सभाओं में मेडिकल किट की खरीद के लिए 40 लाख की धनराशि जारी जारी करने की संस्तुति दे दिए है। हरीश धामी उत्तराखंड के 70 विधायकों में सबसे ज्यादा विधायक निधि खर्च कोरोना महामारी के उपायों पर करने वाले विधायकों की सूची में सबसे टॉप पर आ गए है।