देहरादून- कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह के घर का क्या पता बदल गया है और अगर बदल भी गया है तो प्रीतम के घर का नया पता सीएम को क्यों पता नहीं है। जी हां ये बात हम इसलिए कह रहे हैं क्योंकि मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत का कहना है कि कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष का ये कहना गलत है कि उन्हे सरकार के द्वारा ली जाने वाली समीक्षा बैठक का निमंत्रण नहीं मिला.
सरकार ने उनके उसी पते पर निमंत्रण भेजा था,जो पता सरकार के पास प्रीतम का है
सीएम का कहना कि जो पते विपक्षी दलों के विधायाकों के उनके पास हैं उसी पते पर सरकार ने सभी विधायकों को समीक्षा बैठक के लिए निमंत्रण भेजा था. ये बात अलग है देहरादून जिले की समीक्षा बैठक में चकराता से विधायक और कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष बैठक में शामिल नहीं हुए। जब सीएम से इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने हंसते हुए कहा कि सरकार ने उनके उसी पते पर निमंत्रण भेजा था,जो पता सरकार के पास प्रीतम का है।
देहरादून जिले से एक मात्र कांग्रेस विधायक प्रीतम बैठक में नहीं पहुंचे
आपको बता दें कि मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने जब आज देहरादून जिले के सभी विधानसभाओं के विकास कार्यो की समीक्षा बैठक शुरू की तो सभी की नजरें इस बात पर लगी थी कि क्या कांग्रेस विधायक बैठक में शामिल होंगे। बैठक शुरू हो चुकी थी और देहरादून जिले से एक मात्र कांग्रेस विधायक प्रीतम बैठक में नहीं पहुंचे तो खबर उत्तराखंड ने प्रीतम सिंह को फोन कर बैठक में न जाने की वजह पूछी जिस पर प्रीतम सिंह ने जवाब दिया कि सरकार की ओर से समीक्षा बैठक का निमंत्रण उन्हे नहीं मिला है,और अगर उन्हे निमंत्रण मिला होता तो वह जरूर बैठक में जाते।
प्रीतम के बैठक में न आने को लेकर मुख्यमंत्री ने गंभीरता से नहीं लिया और सबसे पहले विकास कार्यो की समीक्षा प्रीतम सिंह के विधान सभा क्षेत्र चकराता से की. बकायादा देहरादून जिले के प्रभारी मंत्री यशपाल आर्य ने इसकी पुष्टि करते हुए कहा कि प्रीतम सिंह क्यों नहीं आए ये तो उन्हे पता नहीं है लेकिन उनके न आने के बाद सरकार ने उनके विधान सभा क्षेत्र से समीक्षा बैठक शुरू की.
वहीं मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि उनहे जहां से समीक्षा बैठक की शुरूवात करनी चाहिए थी,उन्होने वहीं से की है ।