देहरादून- आज शिक्षक दिवस के अवसर पर 26 श्रेष्ठ शिक्षकों को गवर्नर्स टीचर्स अवार्ड से सम्मानित किया गया। राजभवन में आयोजित एक सादे समारोह में शिक्षक दिवस के मौके पर राज्यपाल डा. के.के.पॉल ने प्रदेश के 26 शिक्षकों को गवर्नस टीचर्स अवार्ड 2016 से सम्मानित किया। ये अवार्ड शिक्षकों को उत्कृष्ट कार्य के लिए दिया गया। इसकी शुरुआत 2015 में राज्यपाल के.के. पॉल ने ही की थी। इस मौके पर प्रदेश के मुख्यमंत्री हरीश रावत व शिक्षा मंत्री मंत्री प्रसाद नैथानी समेत शिक्षा विभाग से जुड़े अफसर व मुख्य सचिव भी मौजूद रहे।
कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्जलवित के साथ हुई। इसके साथ गुरु ब्रह्मा गुरु विष्णु की धुन पर छात्रों ने गीत प्रस्तुत किए। इसके बाद राज्यपाल के.के.पॉल ने बागेश्वर, नैनीताल, पिथौरागढ़, चंपावत, ऊधमसिंहनगर, अल्मोड़ा, रुद्रप्रयाग, पौड़ी गढ़वाल, हरिद्वार, चमोली, देहरादून, टिहरी व उत्तरकाशी के 26 शिक्षकों को सम्मान से नवाज़ा। गवर्नस टीचर्स अवार्ड में हर शिक्षक को दस हज़ार की नगद धनराशि, प्रशस्त्री पत्र व सर्वपल्ली राधाकृष्ण द्वारा लिखी गई दो किताबे भेंट की गई। इस मौके पर राज्यपाल डा. के.के. पॉल ने शिक्षिकों को धन्यवाद देते हुए कहा कि किताबों का जीवन में बड़ा महत्व है। अच्छा पढ़ने वाला अच्छा सोचता है और अच्छा करता है। उन्होंने शिक्षिकों से अनुरोध किया कि ज्ञान से इस प्रक्रिया का दीप हमेशा जलाते रहे ताकि ये छात्र राष्ट्र के विकास अपनी महत्वपूर्ण जिम्मेदारियों को समझ सकें।
इससे पूर्व कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री हरीश रावत ने शिक्षिकों को शिक्षिक दिवस और गणेश चतुर्थ की बधाई देते हुए कहा कि हमारे शिक्षिकों ने जो भगीरथी प्रयास किया है उस ज्योत को जलाए रखने का काम भी शिक्षिकों ने हमेशा से किया। उन्होंने कहा कि सरकार शिक्षिकों की मांगों को लेकर गंभीर है और कम संसाधनों में सरकार उनके मसले को लगातार सुलझा रही है। हरीश रावत ने कहा कि ट्रांसफर के दौरान ली जाने वाले अवकाश व एक अन्य अवकाश का जीओ आज जारी हो गया है। भविष्य में भी शिक्षिकों की समस्याओं के निस्तारण को सरकार प्रयासरत रहेगी।
शिक्षा मंत्री मंत्री प्रसाद नैथानी ने कहा कि मुख्यमंत्री के प्रवेश प्रयासो के चलते शिक्षिकों की समस्याओं के निस्तारण में धन का अभाव आड़े नहीं आएगा। उन्होंने कहा कि हमारा देश विश्व गुरु कहा जाता है। गुरुओं के विशेष प्रभाव के चलते ही देश विकास के रास्ते पर चल रहा है। सरकार के स्तर पर जो भी कमी शिक्षा और शिक्षकों के बाबत अधूरी रह गई है उन्हें हर हाल में पूरा किया जाएगा।
शिक्षक दिवस के मौके पर राज्यपाल द्वारा राजभवन में आयोजित गवर्नस टीचर्स अवार्ड का ये दूसरा चरण है। इस मौके पर राज्यपाल की इस पहल का सरकार ने भी स्वागत किया है। मंत्री प्रसाद नैथानी ने इस मौके पर सरकार से ये भी अनुरोध किया जिन गुरुओं के नाम इतिहास में दर्ज है उनके नाम से भी शिक्षिकों को सम्मानित किए जाने का प्रयास किया जाना चाहिए।