हल्द्वानी : विश्व प्रसिद्ध जागेश्वर धाम की महिमा के बारे में 212 वर्ष पुराना भोजपत्र पांडुलिपि भाषा में मिला है। जिसमें इस बात का वर्णन किया गया है कि भगवान विश्वकर्मा ने जागेश्वर धाम का निर्माण किया था। जागेश्वर के पौराणिक इतिहास को बताती इस पांडुलिपि का हिंदी और अंग्रेजी भाषा में अनुवाद किया जा रहा है।
हल्द्वानी पहुंचे जागेश्वर धाम के मुख्य पुजारी कमल भट्ट ने बताया कि 212 वर्ष दुर्लभ भोजपत्र में पांडुलिपि भाषा में जागेश्वर धाम के इतिहास को लिखा गया है जिसमें जागेश्वर धाम को 8वां ज्योतिर्लिंग माना गया है। जिसे अब श्रद्धालुओं व जागेश्वर धाम में आस्था रखने वाले करोड़ों अनुयायियों के लिए हिंदी और अंग्रेजी में अनुवाद किया जा रहा है। जिसे जल्द लोगों तक पहुंचाने की कवायद शुरू की जाएगी।