रुद्रप्रयाग- उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग जिले का एक और सपूत देश की रक्षा करते हुए शहीद हो गया. गौर हो कि कुछ ही दिन पहले रुद्रप्रयाग जिले के मानवेंद्र देश की रक्षा करते हुए शहीद हो गए थे…उनकी अंतिम विदाई पर जन सैलाब उमड़ा..और फिर ऋषिकेश के विकास गुरुंग भी कश्मीर में मुठभेड़ में मारे गए. जिसको आज ही अंतिम विदाई दी गई.
मीडिया रिपोर्ट की माने तो हवलदार फते सिंह समेत दो जवान शहीद हो गए और चार अन्य जवान घायल हो गए। यह घटना अबोई के पास रविवार दोपहर करीब तीन बजे हुई। असम राइफल्स के महानिरीक्षक के पीआरओ ने बताया कि छह जवानों की टीम पर सशस्त्र हमलावरों के हमले में फतेह सिंह नेगी (48 वर्ष) और सिपाही हुंगंगा कोनयाक की मौके पर ही मौत हो गई। जबकि विद्रोहियों की ताबड़तोड़ गोलीबारी में चार जवान गंभीर रूप से घायल हुए हैं जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
एक के बाद जवान देश की रक्षा के लिए सीमा पर शहीद हो रहे है लेकिम बढ़ा सवाल है कि सरकार आखिर जवानों की शहादत पर चुप क्यों है…आखिर कब तक जवान यूंही शहीद होंगे और कब तक एक मां, एक पिता, एक पत्नी और बच्चे आंसू बहायेंगे.
दरअसल नागालैंड में विद्रोहियों के हमले में हवलदार फतेह सिंह शहीद हो गए. फतेह सिंह रुद्रप्रयाग जिले के बाडव गांव के निवासी हैं औऱ 40वी असम राइफल में तैनात थे. भारत म्यामार सीमा के पास अबोई में रविवार को नक्सली हमला हुआ. जिसमे उत्तराखंड का एक और बेटा शहीद हो गया.