ऊधमसिंह नगर : इस बात से सब वाकिफ हैं कि उत्तराखंड के नौजवानों ने छोटी सी उम्र में एश औऱ आराम त्यागा देश की सेवा के लिए वर्दी पहनी, जो की आज बॉर्डर पर देश की रक्षा कर रहे हैं. ऐसे ही एक नौजवान है जो कि एश-औ-आराम की जिंदगी छोड़ वर्दी पहने देश की रक्षा करने को तैयार हैं. जी हां हम बात कर रहे हैं उस युवा की जो कि हाल ही में अध्यक्ष पद पर जीता और अब उस पद को छोड़ देश की रक्षा करेंगे.
छात्रों की सेवा छोड़ पूरे देश की सेवा करेंगे हिमांशु
हम बात कर रहे हैं हिमांशु धामी की जो कि हाल ही में सितारगंज डिग्री कालेज से छात्रसंघ अध्यक्ष का चुनाव जीते और अब हिमांशु का चयन आर्मी की गोरखा रेजीमेंट में हुआ है जो अब छात्रों की सेवा छोड़ पूरे देश की सेवा करेंगे. हिमांशु 16 सितंबर से बनारस में होने वाली आर्मी की ट्रेनिंग के लिए रवाना हो चुके हैं।
बड़ा भाई भी आर्मी में, छोड़ा छात्रसंघ अध्यक्ष पद
आपको बता दें कि हिमांशु मूल रुप से पिथौरागढ़ जिले के धारचूला के ग्राम राथी निवासी हैं. हिमांशु के पिता नर सिंह धामी वर्ष 2012 में आर्मी के हवलदार पद से सेवानिवृत्त हुए हैं जबकि उनकी मां कौशल्या देवी गृहणी हैं। हिमांशु के दादा स्व. गगन सिंह धामी ने भी वर्ष 1964 और 1971 के युद्ध में भाग लिया था। दो साल पहले हिमांशु के बड़े भाई विकास धामी भी आर्मी में भर्ती हुए हैं। वर्तमान में वह लेह-लद्दाख में तैनात है। बीती नौ सितंबर को कुमाऊं विवि के कॉलेजों में छात्रसंघ चुनाव हुआ। इसमें सितारगंज डिग्री कॉलेज से हिमांशु ने अध्यक्ष पद का चुनाव जीता.
हिमांशु का कहना है कि भारतीय सेना से जुड़कर देशसेवा करना उनका सौभाग्य है। हिमांशु की इस सफलता से क्षेत्र में खुशी की लहर दौड़ गई है.