देहरादून : इंजीनियरिंग में दाखिले के लिए जेईई-मेन मंगलवार से शुरू हो गया। शारीरिक दूरी और पुख्ता सुरक्षा व्यवस्था के बीच पहले दिन बी-आर्क और बी-प्लानिंग की परीक्षा का आयोजन किया गया। वहीं अभ्यर्थी आज से बीटेक और बीई में दाखिले के लिए परीक्षा में शामिल हुए। बीते रोज के मुकाबले आज बड़ी संख्या में छात्रों ने देहरादून में बनाये गये परीक्षा केन्द्रों पर परीक्षा दी। उत्तराखंड में जेईई-मेन के लिए 13 हजार 260 छात्र पंजीकृत हैं। देहरादून, हल्द्वानी, हरिद्वार, नैनीताल, पंतनगर और रुड़की में 13 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं। कोरोना के लिहाज से परीक्षा केंद्रों पर पूरी सतर्कता बरती जा रही है। देहरादून के डीडी काॅलेज में बनाये गये परीक्षा केन्द्र में परीक्षा को लेकर बनाई गई गाइडलाइन के अनुरूप काॅलेज प्रबंध तंत्र काम करता नजर आया। केन्द्र में अनावश्यक भीड़ से बचने के लिए प्रत्येक अभ्यर्थी को रिर्पोटिंग का अलग-अलग समय दिया गया है।
शारीरिक दूरी के नियम का पालन कराने के लिए अभ्यर्थियों की एंट्री और निकासी भी एक साथ नहीं की जा रही है। परीक्षा केंद्र पर पहले अभ्यर्थियों की थर्मल स्क्रीनिंग की जा रही है। इसके बाद उनके दस्तावेज जांचकर हाथ सैनिटाइज कराए जा रहे हैं। इस बार तलाशी भी हाथ की बजाय हैंडहेल्ड मशीन से की जा रही है। दस्तावेजों के सत्यापन का काम रजिस्ट्रेशन रूम के अंदर किया गया। परीक्षा केंद्र में किसी को भी बिना मास्क एंट्री नहीं दी जा रही है। मास्क के बिना आने वाले अभ्यर्थियों को केंद्र पर ही मास्क और ग्लव्स दिए जा रहे हैं। अभिभावकों को भी परीक्षा केंद्र तक जाने की इजाजत नहीं है। उन्हें केंद्र से 300 मीटर पहले ही रोक दिया जा रहा है।
परीक्षार्थी एक सीट छोड़कर बैठ रहे हैं। जेईई की परीक्षा कम्प्यूटर पर होती है और दो कम्प्यूटर के बीच की दूरी एक मीटर रहती है। इसके बावजूद ऑड ईवन की व्यवस्था लागू है। दो शिफ्ट में परीक्षा हो रही है। सुबह की शिफ्ट में परीक्षा ऑड और शाम के सत्र में ईवन नंबर वाले कम्प्यूटर पर बैठ कर परीक्षा दी जा रही है। इंजीनियरिंग में दाखिले की परीक्षा जेईई-मेन को लेकर छात्रों में खासा उत्साह देखने को मिला। डीडी न्यूज से बात करते हुए छात्रों ने बताया कि कोराना महामारी की वजह से हुए लाॅकडाउन के कारण उन्हें परीक्षा की तैयारी के लिये पर्याप्त समय मिला। परीक्षा केन्द्र पर सोशल डिस्टेंसिंग में पेपर देने की सुविधा के साथ सुरक्षा के सभी इंतजाम थे। छात्रों ने केन्द्र परीक्षा के परीक्षा कराने के फैसले की भी सराहना की। पेपर शुरू होने से पहले और पेपर खत्म होने के बाद केन्द्रों का पूरी तरह से सेनेटाइजेशन हो रहा है।