देहरादून : उत्तराखंड विधानसभा चुनाव का परिणाम 10 मार्च को आ चुका है. एक बार फिर से भाजपा बहुमत हासिल कर सत्ता में आई। अभी शपथ ग्रहण नहीं हुआ है।होली के बाद होगा। बता दें कि कई हद तक इस बार कई कांग्रेस के दिग्गजों ने भाजपा की नैया पार कराई है। बता दें कि इस चुनाव में 18 ऐसे नेता विधायक चुनकर आए हैं जो अपनी मूल पार्टी छोड़ दूसरे दलों में शामिल हुए और फिर जीत हासिल कर विधानसभा तक पहुंचे।
जो दल बदल कर चुनाव लड़े औऱ चुनाव जीते
आपको बता दें कि इन नेताओं में वो भी शामिल हैं जो दल बदलू हैं। जिन्होंने कुछ साल पहले ही भाजपा ज्वाइन की। और इनमे कुछ ऐसे हैं जो चुनाव से ठीक पहले कांग्रेस को छोड़ भाजपा में शामिल हुए. इनमे से सरिता आर्य और किशोर उपाध्याय भी शामिल हैं। जो दल बदल कर चुनाव लड़े औऱ चुनाव जीते। आपको बता दें कि कांग्रेस छोड़ भाजपा में शामिल होकर 14 नेता विधायक बने हैं। भाजपा को उत्तराखंड में दोबारा सत्ता दिलाने में इनका भी कुछ न कुछ योगदान है, जबकि भाजपा छोड़ कांग्रेस में जाकर दो नेताओं को विधायक बनने का मौका मिला है।
47 में से 14 विधायक दल बदलू
आपको बता दें कि भाजपा को इस बार 47 सीटें हासिल हुई है। 47 में से 14 विधायक ऐसे हैं जो पहले कांग्रेसी थे. और अगर इनको 47 में से घटा दिए जाए तो भाजपा के अपने 33 विधायक है और अगर ये 14 चेहरे कांग्रेस से चुनाव लड़े होते और जीत जाते तो कांग्रेस की भी 33 सीटें होती तब किसकी सरकार बनती ये दिलचस्प होता। हालांकि ये जरुरी नहीं कि अगर ये कांग्रेस में होते तो जीतते।
इन विधायकों ने बदली पार्टी और जीत की हासिल
भाजपा के टिकट से चुनाव लड़े औऱ जीते धनौल्टी विधायक प्रीतम पंवार पहले यूकेडी और निर्दलीय विधायक रह चुके हैं।
विकासनगर के विधायक मुन्ना सिंह चौहान पहले सपा और बसपा में रह चुके हैं।
चकराता के विधायक प्रीतम सिंह पूर्व में कुछ समय के लिए भाजपा में गए थे लेकिन फिर वापस कांग्रेस में लौट गए थे। प्रीतम लम्बे समय से कांग्रेस के टिकट पर विधायक बन रहे हैं।
कांग्रेस के विधायक यशपाल आर्य भी पिछली विधानसभा में भाजपा में थे।
पुरोला से पहली बार विधायक चुने गए दुर्गेश्वर लाल भी कुछ समय के लिए कांग्रेस में रह चुके हैं।
जो कांग्रेस के बाद हो गए भाजपाई
जागेश्वर: मोहन सिंह मेहरा
सोमेश्वर: रेखा आर्य
नैनीताल: सरिता आर्य
चौबट्टाखाल: सतपाल महाराज
टिहरी: किशोर उपाध्याय
नरेंद्रनगर: सुबोध उनियाल
रायपुर: उमेश शर्मा
रुड़की: प्रदीप बत्रा
केदारनाथ: शैलारानी रावत
भीमताल: राम सिंह कैड़ा
यमकेश्वर: रेनू बिष्ट
बागेश्वर: चंदन रामदास
थराली: भोपाल राम
गंगोत्री : सुरेश चौहान