उधमसिंह नगर :देवभूमि उत्तराखंड में अब बेटियां सुरक्षित नहीं हैं. राज्य की छोड़िए अब बेटियां घरों में भी सुरक्षित नहीं रह गई है. दरिंदे घर के आसपास ही गंदी नजर बनाए हैं.
जी हां एक ऐसा ही मामला उत्तराखंड उधमसिंह नगर जिले के नानकमत्ता से सामने आया है जहां नाबालिग को घर से अगवा कर जंगल में दुष्कर्म करने का मामला सामने आया है. वहीं ये भी बताया गया कि दुष्कर्म कर नाबालिग को किसी को इस बारे में बताने पर जान से मारने की धमकी भी दी गई.
मिली जानकारी के अनुसार नाबालिग लड़की के फूफा ने पुलिस को तहरीर दी औऱ बताया कि पुलिस से शिकायत करने पर आरोपियों ने नाबालिग को घर से फिर उठा लिया और धमकाया।
सोमवार को थाना क्षेत्र निवासी एक ग्रामीण ने पुलिस को तहरीर में बताया कि उसके साले की बेटी रविवार दोपहर घर में अकेली थी। इसी बीच पड़ोसी गांव के दो युवक बाइक पर सवार होकर आए और नाबालिग को जबरन बाइक पर बैठाकर जंगल में ले गए जहां एक युवक ने नाबालिग के साथ दुष्कर्म किया और तीन घंटे तक किशोरी को जंगल में रखा। साथ ही आरोपियों ने इस मामले में किसी को कुछ बताने पर जान से मारने की धमकी दी.
वहीं जब नाबालिग ने जैसे तैसे अपनी जान बचाई और वहां से भाग निलकी औऱ सारी आपबीती फूफा को बताई जिसके बाद नाबालिग के फूफा लड़की को लेकर थाने पहुंचे औऱ शिकायत दर्ज कराई लेकिन पुलिस ने इस पर कोई कार्रवाई नहीं की।
नाबालिग के फूफा का आरोप है कि जब पुलिस से शिकायत करने के बाद जब किशोरी और उसके फूफा घर पहुंचे तो मुख्य आरोपी ने अपने तीन साथियों के साथ मिलकर नाबालिग को फिर उठा लिया और एक स्थान पर ले जाकर दोबारा धमकाया। थाना पुलिस के कार्रवाई नहीं करने पर पीड़ित परिवार खटीमा सीओ के पास गया।
खटीमा सीओ एमसी बिंजौला का कहना है कि ऐसा कोई मामला उनके संज्ञान में नहीं आया है। फिर भी मामले को दिखवाया जाएगा। किशोरी के फूफा ने पुलिस से नाबालिग का मेडिकल कराने के साथ ही आरोपियों के विरुद्ध नामजद तहरीर सौंपकर कार्रवाई की मांग की है। फूफा ने बताया कि किशोरी की मां किसी मामले में जेल में है, जबकि उसका पिता अस्पताल में है।