देहरादून : प्रदेश में बिजली चोरी करने वालों की अब खैर नहीं है. अब बिजली चोरी करने वालों की आफत आने वाली है. जी हां ऊर्जा सचिव राधिका झा ने अधिकारियों को इसके लिए जरुरी निर्देश दिए हैं. बता दें कि उत्तराखण्ड सरकार के पास राजस्व जुटाने का सबसे बड़ा विभाग है जिससे प्रदेश सरकार एक साल में हजारों करोड़ का राजस्व जुटाती है।
ऊर्जा सचिव ने प्रदेश में इलेक्ट्रिसिटी एक्ट को सख्ती से अमल में लाने के अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए है. ऊर्जा सचिव ने कहा कि बिजली चोरी करने वालों को अब जेल की हवा भी खानी होगी औऱ साथ ही बिजली चोरी होने पर संबंधित डिवीजन के इंजीनियर को भी निलंबित किया जाएगा.
आपको बता दें कि अब तक रुड़की, लक्सर, हरिद्वार, भगवानपुर, काशीपुर मे सबसे ज्यादा बिजली चोरी की घटनाएं सामने आती हैं. ऊर्जा विभाग के एमडी के अनुसार प्रदेशभर में एक साल में करीब एक हजार करोड़ की बिजली चोरी होती है. बिजली चोरी की घटनाओं पर लगाम लगाने के लिए विभाग ने उर्जागिरी अभियान की शुरुआत की थी लेकिन ये फेल साबित हुी.