बॉलीवुड के इतिहास में शायद पहली बार ऐसा हुआ है कि किसी ने किसी हीरो की फिल्म को थिएटर में रिलीज की मांग को लेकर मानवाधिकार आयोग को पत्र लिखा हो। जी हां हम बात कर रहे हैं हमारे बीच नहीं रहे सुशांत सिंह राजपूत की आखिरी मूवी दिल बेचारा की।
आप सभी इस बात से वाकिफ है कि सुशांत 14 जून को अपने बांद्रा स्थित घर में फांसी के फंदे से लटके मिले इस आत्महत्या करार दिया गया लेकिन सुशांत के फैंस, चाहने वाले, दोस्त और परिवार वाले ये मानने को राजी नहीं हैं कि उन्होंने सुसाइड किया। सभी इस मामले की सीबीआई जांच की मांग कर रहे हैं। वहीं इस बीच सुशांत की आखिरी फिल्म दिल बेचारा का ट्रेलर रिलीज हो गया है जिसने आज तक के सभी फिल्मों का रिकॉर्ड तोड़ दिया है।
मुम्बई यूनिवर्सिटी में कानून की पढ़ाई कर रहे छात्र आशीष राय
वहीं सुशांत सिंह राजपूत की रिलीज होने वाली आखिरी फिल्म ‘दिल बेचारा’ को लेकर राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग से अपील की गई है कि फिल्म को सीधे थिएटर पर दिखाया जाए औऱ ये शख्स हैं मुम्बई यूनिवर्सिटी में कानून की पढ़ाई कर रहे छात्र आशीष राय। जी हां आशीष ने खुद को सुशांत सिंह राजपूत का एक बड़ा फैन बताया.
निजी चैनल से बात करते हुए आशीष ने कहा कि सुशांत सिंह राजपूत को आखिरी बार ट्रिब्यूट देने का सबसे अच्छा जरिया यही होगा कि उनकी आखिरी फिल्म ‘दिल बेचारा’ को पहले बड़े पर्दे पर रिलीज किया जाए. यही उनके प्रति एक सच्ची श्रद्धांजलि होगी. कहा कि ऐसा नहीं है कि कोरोना वायरस के चलते सिनेमाघर हमेशा के लिए बंद रहेंगे. सिनेमाघरों के खुलने का इंतजार करते हुए ‘दिल बेचारा’ सिनेमाघरों में ही रिलीज किये जाने को प्राथमिकता दी जानी चाहिए. खु्द सुशांत सिंह राजपूत की भी यही भावना रही होगी. बड़े पैमाने पर सोशल मीडिया में भी लोग इस तरह की बात कर रहे हैं. कम से जनभावना का तो ख्याल रखा जाना चाहिए.
आशीष राय ने इस मसले पर संगीतकार ए. आर. रहमान द्वारा 16 जून को पोस्ट किये के एक ट्वीट का भी हवाला दिया, जिसमें उन्होंने फैन्स के हवाले से कहा था कि ‘दिल बेचारा’ को सिनेमाघरों में रिलीज किया जाना चाहिए. आशीष कहते हैं, “खुद ए. आर. रहमान एक संगीतकार के तौर पर इस फिल्म से जुड़े हैं, ऐसे में उनकी बात का भी सम्मान किया जाना चाहिए.