गैंगस्टर विकास दुबे को आज उज्जैन के महाकाल मंदिर से गिरफ्तार किया गया। वहीं उज्जैन पुलिस ने विकास दुबे को यूपी पुलिस कोसौंप दिया है। पूछताछ ने दुबे ने कई बड़े खुलासे किए।विकास दुबे ने बताया कि घटना के बाद घर के ठीक बगल में कुएं के पास 5 पुलिसवालों की लाशों को एक के ऊपर एक रखा गया था जिससे उनमें आग लगा कर सबूत नष्ट कर दिए जाएं.आग लगाने के लिये घर में गैलनों में तेल रखा गया था. उन सब के शव तेल से जलाने का इरादा था लेकिन लाशें जमा करने के बाद उसे मौक़ा नहीं मिला, फिर वो फ़रार हो गया.
विकास दुबे ने खुलासा किया कि उसने अपने सभी साथियों को अलग-अलग भागने के लिये कहा था. बताया कि गांव से निकलते वक्त ज्यादातर साथी जहां समझ में आया वहां भाग गये. विकास दुबे ने बताया कि उनको सूचना मिली थी कि पुलिस सुबह सुबह दबिश के लिए आएगी लेकिन पुलिस रात में ही रेड करने आ गई. हमने खाना भी नहीं खाया था जबकि सबके लिये खाना बन चुका था.
लॉकडाउन के दौरान चौबेपुर थाने के तमाम पुलिसवालों का मैंने बहुत ख़्याल रखा
विकास दुबे ने बताया कि घटना के अगले दिन मारा गया विकास का मामा जेसीबी मशीन का इंचार्ज था लेकिन वो जेसीबी नहीं चला रहा था. रात में राजू नाम के एक साथी ने जेसीबी मशीन को बीच सड़क मे पार्क किया था. विकास दुबे ने कहा कि चौबेपुर थाना ही नहीं, पास के थानों में भी उसके मददगार थे जो तमाम मामलों में उसकी मदद करते थे. उसने कहा कि लॉकडाउन के दौरान चौबेपुर थाने के तमाम पुलिसवालों का मैंने बहुत ख़्याल रखा, सबको खाना पीना खिलाना और दूसरी मदद भी करता था.’