जिंदगी में कुछ कर गुजरने की चाह हो और दिल में उसे पूरा करने का जज्बा हो तो किसी भी हालात में इंसान उसे पूरा कर सकता है और उसमे सफलता हासिल कर सकता है। ऐसा ही कुछ कर दिया है जेल में बंद हत्या के आरोपी सूरज ने जो की इस वक्त बिहार के नवादा जिले में जेल में बंद है. सूरज ने जेल में रहकर प्रतिष्ठित आईआईटी जैम परीक्षा पास की वो भी अच्छी रैंक से।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार सूरज ने ऑल इंडिया में 54 रैंक हासिल की है. यह परीक्षा आईआईटी रुड़की द्वारा मास्टर डिग्री कोर्सेस में एडमिशन के लिए आयोजित की जाती है. इस साल आईआईटी ज्वाइंट एडमिशन टेस्ट ऑफ मास्टर्स यानी आईआईटी जैम एग्जाम 2022 का आयोजन आईआईटी रूड़की ने किया था. परीक्षा 13 फरवरी 2022 को हुई ती। आईआईटी जैम 2022 रिजल्ट की घोषणा 17 मार्च 2022 को की गई थीय़
आपको बता दें कि हत्या के आरोप में सूरज करीब एक साल 17 अप्रैल 2021 से सलाखों के पीछे है। सूरज बिहार के नवादा जिले मोसमा गांव का रहने वाला है. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, सूरज को पिछले साल एक एफआईआर दर्ज होने के बाद 10 अन्य लोगों के साथ गिरफ्तार किया गया था. मार्च 2021 में संपत्ति विवाद के मामले में एक व्यक्ति संजय यादव की मौके पर हत्या कर दी गई थी. जिसके बाद मृतक के पिता ने एफआईआर दर्ज करवाई थी.
रिपोर्ट के अनुसार, सूरज राजस्थान के कोटा में इंजीनियरिंग एडमिशन के लिए एंट्रेंस एग्जाम की तैयारी करता था. जेल जाने के बाद भी उसने अपनी पढ़ाई जारी रखी और परीक्षा दी. 54वीं रैंक हासिल की. नवादा के एसडीओ और जेल सुपरिटेंडेंट का अतिरिक्त प्रभार संभालने वाले उमेश कुमार भारती ने सूरज को उसकी सफलता का श्रेय दिया है. उन्होंने कहा कि ‘जेल बहुत ज्यादा भरा हुआ है. ऐसे में यह सफलता मिलता दर्शाता है कि सूरज में मानसित तनाव सहन करने और खुद को संभालने की काबीलियत है.’रिपोर्ट में बताया गया है कि सूरज कुछ जेल अधिकारियों और पढ़े लिखे अन्य कैदियों की मदद से अपनी परीक्षा की तैयारी जारी रखता था.