टिहरी- प्रताप नगर ब्लाक के अंतर्गत टिहरी झील के समीप मोटना झिवाली मोटर मार्ग पर भूमाफिया का कहर देखने को मिला जिनको कुछ कहने और एक्शन लेने की हिम्मत किसी में नहीं है और नही पुलिस प्रशासन इसको गंभीरता से ले रहा है। जी हां प्रताप नगर ब्लाक के अंतर्गत टिहरी झील के समीप मोटना झिवाली मोटर मार्ग के रोलाकोट के समीप सड़क के किनारे पैराफिट को तोड़कर भू माफियाओं के द्वारा दुकानें बनाई गई है। साथ ही सरकारी जमीनों पर कब्जा भी किया जा रहा है लेकिन इसकी किसी ने सुध नहीं ली जिससे सरकार की कार्यप्रणाली पर कई सवाल खड़े हो रहे हैं। सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाया जा रहा है लेकिन अभी तक कोई एफआईआर तक दर्ज नहीं हो पाई।
सड़क के किनारे सुरक्षा के लिए बनाए गए थे पैराफिट
आपको बता दें, टिहरी जिले के प्रतापनगर ब्लाक के अंतर्गत मोटना झिवाली मोटर मार्ग पर लोक निर्माण विभाग, बौराड़ी के द्वारा सड़क के किनारे सुरक्षा के लिए पैराफिट बनाये गये थे। उन पैराफिट को तोड़कर भू माफियाओं ने सरकारी जमीन पर दुकान बना दी है। भू माफियाओं को देखते हुए आसपास के ग्रामीण भी अब सरकारी जमीन पर कब्जा करने के फिराक में हैं और कई जगहों पर दुकान बनाने के लिए खुदाई भी की गई है।
विस्थापित हो चुके परिवारों का खेल
यह भूमाफिया कोई और नहीं है बल्कि यहां से विस्थापित हो चुके परिवार हैं और उन्हीं के द्वारा यहां पर सरकारी जमीन पर कब्जा कर दुकानें बनाई जा रही हैं। इन विस्थापित परिवारो को पूर्व में ही पुनर्वास विभाग टिहरी द्वारा पशुलोक व पथरी में जमीन दे दी गई हैं। लेकिन ये विस्थापित परिवार वहां की जमीनों को किराए पर देकर गांव के पास ही सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाकर जमीनों को कब्जा करके दुकानें बनाई जा रही हैं।
नहीं हुई कोई एफआईआर दर्ज
हैरानी की बात यह है कि यह भूमाफिया जिला प्रशासन के नाक के नीचे ही सरकारी जमीनों पर कब्जा कर बैठे हैं लेकिन इन भूमाफियाओं के खिलाफ अभी तक सरकारी संपत्ति को नुकसान करने के मामले के कोई भी एफआईआर दर्ज नही हो सकी और न ही सरकारी जमीन इन भूमाफियाओं से छुड़ाई गई। लेकिन सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने वाले भू माफियाऔं को जिला प्रशासन का कोई भी भय नहीं है
डीएम ने दिया कड़ी कार्रवाई का आश्वासन
वहीं जिलाधिकारी ने उप जिलाधिकारी को निर्देश दिए हैं कि सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने और सरकारी जमीनों पर जो कब्जे किए जा रहे हैं उनके खिलाफ एफ आई आर दर्ज करते हुए कड़ी कार्रवाई करें।
जब मीडिया के लोग सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने और सरकारी जमीन पर कब्जा करने वाले न्यूज़ को बनाने मौके पर पहुंचे तो सरकारी जमीन और सड़क के किनारे सरकारी संपत्ति पैराफिट तोड़ने वाले भू माफिया के द्वारा मीडिया के लोगों के साथ गाली-गलौज जान से मारने की धमकी दी गई।