टिहरी : कौन कहता है कि गांव के स्कूलों में पढ़ाई नहीं होती। कौन कहता है कि गांव के बच्चे पढ़ने में कमजोर होते हैं। जो कहता है गलत कहता है। जी हां क्योंकि ये गलत साबित कर दिखाया है छोटे से गाँव के बेटे आयुष उनियाल ने। जिन्होंने पढ़ाई की शुरुआत गांव के स्कूल से की और आज शहर में अच्छे नंबर लाकर टॉप किया और शहर के अच्छे अच्छे बच्चों को पछाड़ा। आपको बता दें कि टिहरी के बेटे आयुष ने सीबीएसई बोर्ड परीक्षा में बड़ा कमाल कर दिखाया है।
टिहरी जिले के बेलेश्वर गाँव के उनियाल परिवार के लिए शानदार पल है। जी हां आयुष उनियाल ने सीबीएसई 10 वीं की बोर्ड परीक्षा में 98.83 प्रतिशत अंक लाकर ना केवल परिवार का नाम रोशन किया है अपितु गाँव का भी नाम रोशन किया है। आयुष राजेन्द्र प्रसाद उनियाल के बड़े बेटे हैं। वह गुमानिवाला स्थित डीबीएस स्कूल में अध्ययनरत है। आयुष के पिता पेशे से एक शेफ है जो अभी पुर्तगाल में हैं तथा मां एक कुशल गृहणी है।
वहीं उनके दोनों चाचा हर्षमनी उनियाल और सूर्यमणि उनियाल बेलेश्वर गाँव में रहते हैं और बेलेश्वर गाँव मे ही शिक्षा के लिए कार्य करते हुए केराराम स्कूल नाम से एक स्कूल चलाते हैं। आयुष के माता पिता और बेलेश्वर गाँव में रहने वाले उनके पूरे परिवार वाले इस बात से बहुत खुश हैं।
चाचा हर्षमनी उनियाल और सूर्यमणि उनियाल ने बताया कि यह उनके लिए सबसे सुनहरा पल है क्योंकि ऐसे परीक्षा परिणाम से ना केवल उनके परिवार का नाम रोशन हुआ है अपितु क्षेत्र के अन्य पढ़ने वाले बच्चों के लिए एक प्रेरणा दायक संदेश होगा। जिससे यह संदेश गाँव -गाँव में जाएगा कि 98 और 100 प्रतिशत अंक गाँव की पृष्ठ भूमि वाले छात्र भी कठिन मेहनत के बल पर आसानी से प्राप्त कर सकते हैं। उनका यह कहना है शिक्षा ही परिवर्तन लाएगा। उत्तराखंड के गाँव के बच्चे विश्व पटल पर अपनी छाप बनाने में कामयाब हो रहे है। आयुष बहुत ही शांत किश्म के विद्यार्थी है तथा उनका फुटबॉल से बेहद लगाव है।