देहरादून : एक ओर जहां देहरादून में बीते दिन चटक धूप खिली और लोगों को ठंड से राहत मिली तो वहीं ऊंचाई वाले इलाकों में हालत खराब हैं। जीहां बर्फबारी से ढके मसूरी-धनौल्टी और पर्वतीय इलाकों चमोली, उत्तरकाशी, पिथौरागढ़ में हालस जस के तस हैं. लोग बर्फबारी के मजे लेने गए थे लेकिन रास्ते में फंसे हुए हैं. कई रास्ते अभी बंद हैं।
धनोल्टी में मार्ग बंद होने के कारण पर्यटक अभी भी होटलों में हैं। मसूरी-धनौल्टी में होटल फुल हो गए हैं क्योंकि रास्ते बंद होने के कारण पर्यटकों का ठिकाना होटल हैं। कई गांव रास्ता अवरुद्ध हो जाने से प्रभावित हैं. मसूरी, चकराता में बर्फ में फिसलने से कई लोग घायल हुए लेकिन वहां बर्फ को हटाने के लिए प्रशासन की तरफ से कोई इंतजाम नहीं हैं। लोगों को जान खतरे में डालकर बर्फ से गुजरना पड़ रहा है और लोग फिसल रहे हैं।
600 पर्यटकों को निकाला
वहीं मसूरी में दो किमी नीचे पेट्रोल पंप तक ही वाहन आ रहे हैं। उसके ऊपर का रास्ता बर्फबारी के बाद बढ़ी फिसलन के कारण बंद कर दिया गया है। मसूरी में फंसे लगभग 600 पर्यटकों को कल रात निकाल लिया गया। वहीं चंबा-धनोल्टी सड़क मार्ग अभी भी बंद हैं। धनोल्टी और आसपास के इलाकों में भी करीब 250 पर्यटक होटलों में कैद हैं।
गंगोत्री-यममोत्री हाईवे बंद
बात करें रुद्रप्रयाग की तो बर्फबारी से गांव प्रभावित है। गंगोत्री- यमुनोत्री हाईवे अभी भी बंद है।ऐसे में लोगों से अपील है कि बर्फबारी से प्रभावित इलाकों में जाने से बचें और वाहन चलाते समय विशेष ध्यान रखें।