देहरादून- तीन तलाक़ के मामले को उच्चतम न्यायालय में चुनौती देने वाली सायरा बानो को कौन नहीं जानता. तील तलाक को लेकर याचिका दायर कर लड़ाई लड़ने वाली शायरा बानो और उनके पिता ने आज यहाँ भाजपा प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट व प्रदेश महामंत्री संगठन संजय कुमार से भेंट की. उन्होंने भाजपा में शामिल होने की इच्छा भी व्यक्त की.
तीन तलाक़ को उच्चतम न्यायालय में चुनौती देने वाली सायरा बानो आज अपने पिता इक़बाल अहमद के साथ भाजपा प्रदेश कार्यालय पहुँची. उनके साथ भाजपा के कुछ पदाधिकारी भी थे. कार्यालय पर उन्होंने भाजपा प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट व प्रदेश महामंत्री संगठन संजय कुमार से भेंट की. इस दौरान अजय भट्ट ने कहा कि महिलाओं विशेष तौर पर मुस्लिम महिलाओं के अधिकारों के लिए उनके संघर्ष ने इतिहास की रचना की है.
काशीपुर की रहने वाली है शायरा बानो
आपको बता दें साल शायरा बानो उत्तराखंड के काशीपुर की रहने वाली हैं. 2002 में उन्होंने इलाहाबाद के रिजवान अहमद से शादी की. उनके दो बच्चे भी हैं. शायरा के मुताबिक उनके ससुराल में उन्हें बहुत प्रताड़ित किया जाता था. उनसे दहेज की मांग की जाती, मारा-पीटा जाता.
ऐतिहासिक फैसला सुनाते हुए ट्रिपल तलाक को अंसवैधानिक करार दिया
2017 के अगस्त महीने में सुप्रीम कोर्ट ने ऐतिहासिक फैसला सुनाते हुए ट्रिपल तलाक को अंसवैधानिक करार दिया था. 5 जजों वाली संवैधानिक पीठ ने 3-2 के बहुमत से सैंकड़ों साल से चली आ रही इस कुरीति पर रोक लगाई. पीठ के मुताबिक ट्रिपल तलाक संविधान के आर्टिकल 14 में समानता के अधिकार का हनन करता है.
सायरा बानो ने हलाला व बहु विवाह मामले पर उच्चतम न्यायालय में विचार होने पर प्रसन्नता व्यक्त की और कहा कि वे भविष्य में भी महिला अधिकारों के लिए संघर्ष करती रहेंगी. उन्होंने भाजपा में शामिल होने की इच्छा व्यक्त की। सायरा बानो के पिता ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की प्रशंसा करते हुए कहा कि वे पूरी मज़बूती से इस मामले में सामने आय.
इस अवसर पर भाजपा प्रदेश मीडिया प्रमुख डॉ देवेन्द्र भसीन, सह प्रमुख बलजीत सोनी , काशीपुर ग्रामीण मंडल के अध्यक्ष गुरबख़्श सिंह बग्गा, अनुसूचित मोर्चा के प्रदेश मंत्री कमलेश कुमार, शकील अहमद, अमित नारंग भी उपस्थित थे.