केदारनाथ धाम में चले रहे पुनर्निमार्ण के फस्ट फेस के कार्य 31 दिसम्बर 2020 तक पूरे कर लिए जाएंगे, जिनमे कुछ कार्य पूरे हो भी चुके हैं। वहीं कुछ बड़े कार्य को करने के लिए एयर फोर्स के बड़े विमानों के जरिए केदारनाथ धाम में हैवी समान उतारा जाएगा। जिसके लिए केदार नाथ धाम में बने हैली पैड का विस्तार किया जाएगा। जिससे केदारनाथ धाम में बडे विमानों को उतार जा सके। यहां तक बड़े निर्माण कार्यों में शंकराचार्य की मूर्ति को भी केदारनाथ धाम में उतारा जाना है। इसी वर्ष आदिगुरु शंकराचार्य के समाधि स्थल का पुनर्निर्माण कार्य पूरा हो जाएगा। पीएमओ और उत्तराखंड शासन ने इस निर्माण कार्य को अपनी प्राथमिकता में शामिल किया है। वहीं वर्ष 2021 से यात्राकाल में श्रद्धालु समाधि के दर्शन कर सकेंगे।
आपको बता दें कि केदारनाथ मंदिर के पीछे बायीं तरफ दिव्य शिला के पास ही आदिगुरु शंकराचार्य की कुटीर (समाधि स्थल) और संग्रहालय का निर्माण किया जा रहा है। समाधि का निर्माण भूमिगत होना है, जो जमीन से लगभग 6 मीटर की गहराई पर होगा। इसके बाद डिजाइन के अनुसार 36 मीटर गोलाकार निर्माण किया जाना है, जिसमें 3 मीटर चौड़ा व 40 मीटर लंबा भूमिगत रास्ता बनाया जाना है, जो समाधि स्थल तक पहुंचेगा। समाधि में प्रवेश और निकासी के लिए अलग-अलग रास्ते बनाए जाएंगे। संग्रहालय भी बनेगा, जहां आदिगुरु शंकराचार्य से जुड़ा साहित्य और अन्य वस्तुएं रखी जानी हैं। 16 करोड़ की लागत से होने वाले इस निर्माण कार्य को इस वर्ष पूरा किया जाना है। बता दें कि ये पीएम मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट में शामिल है।