देहरादून (मनीष डंगवाल): घाटे के दौर से गुजर रहे उत्तराखंड परिवहन निगम की सूरत और सीरत बदलने जा रही है। परिवहन निगम को नये एमडी मिले हैं और उनकी सोच भी पूरी तरह नई है। निगम के एमडी रणवीर सिंह चैहान के पास घाटे से जूझ रहे निगम को फलक पर पहुंचाने की कई योजनाएं हैं। उनके पास ऐसे आईडीया हैं, जिनको धरातल पर उतार दिया तो, परिवहन निगम की सूरत तो बदलेगी ही। सीरत भी बदल जाएगी। इमानदार सोच और मन में कुछ अलग और खास करने का जज्बा हो, तो कोई काम कठिन नहीं है। पहाड़ के लिए अलग सोच रखने वाले निगम के नये एमडी रणवीर सिंह चैहान ने अपनी योजनाओं पर काम शुरू कर दिया है। उम्मीद करते हैं। उनकी योजनाएं धरातल पर उतरेंगी और परिवहन निगम को संजीवनी मिलेगी…।
बदलेगा परिवहन निगम की बसों का रंग
उत्तराखंड परिवहन निगम की बसों का रंग बदलेन वाला है। बसों का रंग बदलकार उनको बाहर से तो आकर्षक बनाया ही जाएगा। साथ ही भीतर से भी चमकाया जाएगा। बस में अलग-अलग तरह की चीजें हांेगी, जिनको देखकर बस में सवार यात्रियों को आरामदायक और अच्छी फीलिंग महसूस होगी। रोडवेज की सभी बसों के रंग बदलने के साथ ही वह डिपो के हिसाब से उस क्षेत्र में पड़ने वाले पर्यटक स्थलों की फोटो भी बसों में लगाई जाएंगी। ताकि पर्यटकों को पर्यटक स्थल आकर्षित कर सकें। यही नहीं उत्तराखंड की परिवहन निगम की बस को वह माॅडल बस के रूप में दखना चाहते हैं। जिस भी प्रदेश की सड़कों पर जब उत्तराखंड रोडवेज की बस चल रही हो तो उसकी पहचान अलग ही दिखाई दे।
घाटे से बाहर निकालना पहली प्राथमिकता
निगम के नए एमडी रणवीर सिंह चैहान ने कहा कि उनकी पहली प्राथमिकता लगतार घाटे के गर्त में जा रहे उत्तराखंड परिवहन निगम उबारना है। एमडी इसको लेकर खासे चिंतित भी हैं। उनका कहना है कि विभाग की बेहतरी सेसब पहले कर्मचारियों को हौसला बढ़ाना है। वो कर्मचारी, जो दिन रात बसों का संचालन कर रहे हैं। सभी चालक और परिचालकों से मुलाकत कर उनका मनोबल बढ़ाने की कोशिश करेंगे। ताकि उनकी मेहतन से जो कमाई की निगम की हो रही है, उसका सही इस्तेमाल हो सके। डिपोवार खर्च की समीक्षा की जाएगी। जिससे कुछ हद तक फिजूल खर्ची से निगम के बजट को बचाया जा सके।
नई बसों की सौगात
उत्तराखंड परिवहन निगम के बेड़े में जल्द 300 नई बसें आने जा रही हैं। जिससे यात्रियों को बेहरतर सुविधाएं मिलने वाली हैं। साथ ही 50 इलैक्ट्रीक बसों की मंजूरी केंद्र सरकार ने दी है, जिससे निगम का स्वरूप बदल जाएगा। कुंभ के बजट से भी उत्तराखंड परिवहन निगम को कुछ बसंे मिलने वाली हैं। जिससे निगम के बेड़े में अच्छी बसों की संख्या बढ़ जाएगी। वहीं, जो बसें खराब स्थिति में हैं। उन्हे बाहार कर दिया जाएगा।
यूनियनों से उम्मीदें
एमडी रणवीर सिंह चैहान का कहना कि निगम की बेहतरी के लिए जितनी उम्मीदें कर्मचारियों से करते हैं। उतनी ही उम्मीदें वह कर्मचारी यूनियनों से करते हैं। पदभार संभालते ही उन्होंने सभी कर्मचारी यूनियनों के साथ बैठक कर निगम की बेहतरी के लिए सहयोग मांगा है। उन्होंने सभी कर्मचारी यूनियनों को साफ कह दिया है कि उनकी मांग तभी पूरी हो सकती हैं, जब निगम घाटे के गर्त से बाहर आएगा। अगर निगम के कर्मचारी निगम को एक परिवार की भांती सहयोग करने की ठान लें, तो कोई मुश्किल काम नहीं है। निगम को कुछ ही समय में घाटे से बाहर निकाला जा सकता है।
भ्रष्टाचारियों पर कसेगी नकेल
परिवहन निगम में भ्रष्टाचार भी एक बड़ा मसला है। कई मामले सामने आ चुके हैं। उन पर नकेल कसना भी उनकी प्राथमिकता में है। उन्होंने कहा कि निगम को घाटे से उबारने के लिए जो भी जरूरी कदम होंगे, उठाए जाएंगे। भ्रष्टाचार करने वाले या किसी भी तरह से निगम को नुकसान पहुंचाने वालों को छोड़ा नहीं जाएगा। कड़ी कार्रवाई की जाएगी।