उत्तराखंड के चमोली में 7 फरवरी को आई प्राकृतिक आपदा के बाद से लापता पालमपुर के राकेश कुमार का शव रविवार दोपहर को रेस्क्यू के दौरान टीम को मिला। ये खबर जब घर पहुंची तो घर में कोहराम मच गया। जानकारी मिली है कि पंचायत नच्छीर के राकेश कुमार ऋषिगंगा प्रोजेक्ट में बतौर साइट मैनेजर तैनात थे। शव मिलते ही उनके परिजनों की उम्मीद टूट गई। राकेश के परिवार के लोग पिछले एक सप्ताह से चमोली में ही थे। सोमवार को राकेश का अंतिम संस्कार उनके पैतृक गांव में किया गया। चमोली त्रासदी के बाद से हिमाचल प्रदेश के दस लोग लापता थे, जिनमें से अभी तक मंडी निवासी ही सकुशल निकल सके हैं। अभी भी लापता आठ युवकों के परिवार वाले चिंतित हैं।
दूसरी तरफ रविवार को राकेश कुमार का शव मिलने के बाद राकेश की मां और पत्नी का रो रोकरबुरा हाल हो गया। आस पड़ोस के लोगों ने उनको ढांढस बंधाया। राकेश की पत्नी अनीता बेसुध हैं। जानकारी मिली कि राकेश कुमार नवंबर 2020 के बाद घर नहीं आए थे। प्रदेश सरकार ने शव लाने की कवायद तुरंत ही शुुरु कर दी थी और आज राकेश का अंतिम सस्कार उनेक पैतृक गांव में किया गया।
मलबे के नीचे से बरामद राकेश का शव
जानकारी मिली है कि राकेश का शव रविवार को ऋषि गंगा बैराज साइट पर बचाव टीम ने मलबे के नीचे से बरामद किया। जोशीमठ में मौजूद परिजनों ने शव की शिनाख्त की। एसडीएम पांवटा साहिब एलआर वर्मा चमोली के जिला प्रशासन के साथ समन्वय कर शव पालमपुर भेजने की व्यवस्था की गई थी। इसके साथ ही परिवार को तत्काल राहत भी प्रदान की जा रही है, जबकि उत्तराखंड प्रशासन पीड़ित परिवार के बैंक खाते में मुआवजा राशि जमा कराएगा।