देहरादून : कोरोना संक्रमण से उत्तराखंड पुलिस विभाग में हुई पहली मौत से हड़कंप मच गया। अपनी फर्ज को निभाते हुए एक पुलिस अधिकारी प्लाटून कमांडर शिवराज सिंह राणा का निधन हो गया। जिसे बीती शाम को डीजीपी, डीजी और डीआईजी समेत कई पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों ने श्रद्धांजलि अर्पित की। अपनी कर्तव्य का निर्वाहन करते हुए एक कोरोना योद्धा ने अपनी जान की कुर्बानी दी। दारोगा के निधन से पूरे पुलिस विभाग में शोक की लहर है। उत्तराखंड पुलिस विभाग ने एक कर्मठ और बहादुर योद्धा प्लाटून कमांडर शिवराज सिंह राणा को खो दिया। बीके दिन दारोगा को श्रद्धांजलि दी गई जिन्होंने कोविड-19 के खिलाफ इस लड़ाई में सबसे बड़ा बलिदान दिया। कोरोना काल में प्लाटून कमांडर शिवराज सिंह राणा के बलिदान को विभाग समेत उत्तराखंड की जनता याद रखेगी। बता दें कि प्लाटून कमांडर शिवराज सिंह राणा, 46वीं वाहिनी पीएसी, ऊधमसिंहनगर “बी” दल में नियुक्त और वर्तमान में देहरादून में ड्यूटीरत थे। दिनांक 21 अगस्त को स्वास्थ्य खराब होने के कारण वे राजकीय दून चिकित्सालय, देहरादून गए थे, जहां कोविड-19 की जांच में पाॅजिटिव पाए जाने पर उन्हें उपचार के लिए चिकित्सालय में भर्ती किया गया था। उपचार के दौरान बीते दिन 25 अगस्त को दारोगा का निधन हो गया।
वहीं बीते दिन डीजीपी अनिल के. रतूड़ी, डीजी अशोक कुमार (अपराध एवं कानून व्यवस्था), अभिनव कुमार (पुलिस महानिरीक्षक, गढ़वाल परिक्षेत्र), संजय गुंज्याल (पुलिस महानिरीक्षक पीएसी) और डीआईजी और देहरादून एसएसपी अरूण मोहन जोशी ने पुलिस लाइन देहरादून में पूरे उत्तराखण्ड पुलिस परिवार की ओर से दिवंगत शिवराज सिंह राणा को श्रद्धांजलि दी।