यूपी में दुष्कर्म के मामले बढ़ते जा रहे हैं। एक ताजा मामला यूपी के घाटमपुर में घोर अँधविश्वास और घिनौना मामला सामने आया है जिसे सुन और देख हर किसी की रुह कांप गई। पुलिस भी सकते में आ गई। एक अधेड़ ने संतान प्राप्ति के लिए भतीजे और एक अन्य युवक को डेढ़ हजार रुपये दिए और किसी बच्ची का कलेजा लाने को कहा। युवकों ने पहले बच्ची का अपरहण किया और फिर घिनौनी वारदात को अंजाम दिया। युवकों ने बच्ची के साथ दुष्कर्म किया और पेट फाड़कर कई अंग निकाले लिए और चाचा को दे दिए। पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार किया। आऱोपियों ने जो खुलासा किया उसे जान पुलिस दंग रह गई। दोनों के के खिलाफ POCSO एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है।
मिली जानकारी के अनुसार मामला रविवार सुबह घाटमपुर के भदरस गांव का है जहां एक मंदिर के पास बच्ची का शव क्षत-विक्षत पड़ा मिला था। बच्ची के हाथ पैर में रंग, गला और पेट कटा देख किसी तांत्रिक के बलि देने की आशंका जताई जा गई। जानकारी मिली कि बच्ची कक्षा 2 में पढ़ती थी। पहले पुलिस को आशंका हुआ कि शव को मारकर फेंका गया औऱ जानवरों ने खाया।
दिल, फेफड़ा, किडनी, स्पलीन (तिल्ली), छोटी और बड़ी आंत गायब मिली
पुलिस की पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि शनिवार शाम करीब 6 बजे गांव का अंकुल उर्फ हुला पटाखे दिलाने के बहाने बच्ची को घर से ले गया। बच्ची के पिता ने अंकुल, वंशलाल, बाबूराम, सुरेश जमादार, साधूराम व कुछ अज्ञात लोगों के खिलाफ बच्ची की हत्या का मुकदमा दर्ज कराया। 3 डाक्टरों के पैनल ने शव का पोस्टमार्टम किया तो दिल, फेफड़ा, किडनी, स्पलीन (तिल्ली), छोटी और बड़ी आंत गायब मिली। वहीं दुष्कर्म का मामला सामने आया।
परशुराम और उसकी पत्नी सुनैना ने लिवर और कलेजा खाया
एसपी ग्रामीण बृजेश श्रीवास्तव ने सोमवार देर शाम मामले का खुलासा करते हुए बताया कि संतान पाने के लिए परशुराम और उनकी पत्नी ऐसा किया। बताया कि उन्होंने किसी किताब में पढ़ा था कि बच्ची का लिवर और कलेजा खाने ने संतान प्राप्ति होती है। इसी को देखते हुए उन्होंने अपने भतीजे अंकुल को 500 और उसके साथ वीरेन कुरील को 1000 रुपए दिए। दोनों ने बच्ची को किडनैप किया औऱ शराब पीकर दुष्कर्म किया। उन्होंने चाकू से पेट फाडकर अंदर के अंग निकालकर परशुराम को सौंपे। परशुराम और उसकी पत्नी सुनैना ने लिवर और कलेजा खा लिया जबकि बाकी के अंग कुत्तों को खिलाए। हत्या में उपयोग में लाया गया चाकू बरामद कर लिया गया है।