रुड़की : मकर सक्रांति स्नान को लेकर प्रशासन पूरी तरह से मुस्तैद नजर आ रहा है। उत्तराखंड में प्रवेश करने वाले बाहरी यात्रियों को बॉर्डर पर ही एक प्रक्रिया से गुजरकर उत्तराखंड में प्रवेश दिया जा रहा है। जिसमे यात्रियों का रजिस्ट्रेशन और कोविड सम्बंधित जांच व स्क्रीनिंग का कार्य कल देर शाम से ही शुरू कर दिया गया था। दरअसल महाकुंभ के आयोजन से पूर्व ये पहला स्नान है जिसको प्रशासन एक रिहर्सल के रूप में भी देख रहा है।
आपको बता दे हरिद्वार हर की पौड़ी पर मकर सक्रांति के स्नान को लेकर बाहर से बड़ी तादाद में श्रद्धालु हरिद्वार पहुँच रहे हैं। रात 12 बजे से स्नान शुरू हो गया था। मकर सक्रांति स्नान को लेकर प्रशासन ने पहले से ही कमर कस ली थी। कल देर शाम से ही उत्तराखंड के नारसन बॉर्डर पर बाहरी यात्रियों के रजिस्ट्रेशन, कोविड जांच व स्क्रीनिंग की व्यवस्था शुरू की गई है, बिना रजिस्ट्रेशन किसी भी यात्री को उत्तराखंड में प्रवेश नहीं दिया जा रहा है। इसके साथ ही यात्रियों की स्क्रीनिंग व जांच प्रक्रिया पूरी होने पर ही आगे भेजा जा रहा है।
नारसन ब्लॉक के मुख्य चिकित्सक विवेक तिवारी ने बताया कि मकर सक्रांति स्नान को लेकर बॉर्डर पर पूरी चौकसी बरती जा रही है, कोविड-19 को ध्यान में रखते हुए आने वाले यात्रियों का थर्मलस्क्रिनिग और कोविड जांच के बाद ही उत्तराखंड में प्रवेश दिया जा रहा है। उन्होंने बताया अभी तक करीब 32 सौ लोगो की स्क्रीनिंग की जा चुकी है और 12 सौ लोगो की सैमपीलिंग हो चुकी है ये प्रक्रिया लगातार जारी है। इस टेस्टिंग में यदि कोई पॉजिटिव पाया जा रहा है तो उसे वापस लौटाया जा रहा है, प्रक्रिया को पूर्ण करने वाले यात्रियों को ही हरिद्वार में एंट्री दी जा रही है। वही यात्रियों की माने तो प्रशासन द्वारा बनाई गई व्यवस्था बेहतर है कोविड-19 के चलते सावधानी बेहद जरूरी है, जो प्रक्रिया है उससे गुजर कर ही यात्री सुरक्षित स्नान कर पा रहे है।