हरिद्वार -आगामी 5 अगस्त को अयोध्या में रामलला के भव्य मंदिर का निर्माण शुरू होने जा रहा है, जिसमे भगवान श्री राम मंदिर निर्माण के भूमि पूजन में हरिद्वार हर की पौड़ी से गंगाजल भेजा जा रहा है। विश्व हिंदू परिषद ने अयोध्या गंगाजल और उत्तराखंड के सिद्ध पीठों की मिट्टी भेजने का फैसला लिया है। आज हरिद्वार हर की पौड़ी पर गंगा मैया की विशेष पूजा अर्चना कर गंगाजल कलश में भरा गया। साथ ही एक कलश में गंगा रेत भरा गया। जिसे विश्व हिंदू परिषद अयोध्या पहुंचाएगी। इस मौके पर आयोजित की गई विशेष पूजा अर्चना में उत्तराखंड की महामहिम राज्यपाल बेबी रानी मौर्य, राम मंदिर तीर्थ क्षेत्र न्यास के सदस्य स्वामी युग पुरुष स्वामी परमानंद जी महाराज, मनोज वर्मा प्रान्त प्रचारक विश्व हिन्दू परिषद ,निर्वाणी अखाड़े के सचिव रविंद्र पुरी महाराज, संजय महंत, बड़े अखाड़े के कोठारी महंत दामोदर दास , गंगा सभा के अध्यक्ष, महामंत्री, सहित राम भक्तों ने भाग लिया, गंगा पूजन के बाद राम भक्तों ने भगवान श्री राम के उद्घोष भी लगाए, पूजा के बाद महामहिम राज्यपाल सहित सभी मौजूद साधु संतों ने गंगाजल कलश को अपने सिर पर रखा।
इस मौके पर श्रीराम मंदिर तीर्थ क्षेत्र न्यास के सदस्य युग पुरुष स्वामी परमानंद जी महाराज ने कहा कि करोड़ों करोड़ों हिंदुओं की आज भावना पूरी हुई है भगवान राम ने सभी को साथ लेकर काम किया है उसी तरह से सभी मिलकर भारत को विश्व गुरु बनाएंगे, बहुत समय से विश्व हिंदू परिषद और राम भक्त इस काम के लिए लगे रहे हैं अब सबकी भावनाएं पूरी होने जा रही है। साथ ही उन्होंने कहा कि कोरोना की वजह से जो लोग भूमि पूजन में सम्मिलित नहीं हो पाएंगे। हम उन सब की तरफ से इस गंगाजल को भूमि पूजन में समर्पित करेंगे।
विश्व हिन्दू परिषद के प्रांत प्रचारक मनोज वर्मा ने बताया कि देवभूमि से सभी पूण्य धर्मस्थलो से जल और वहां की मिट्टी आयोध्या पहुंचाई जायगी , ऐसे में साधु समाज के कई महंतो ने भी भगवान राम के होने वाले इस आयोजन को आलौकिक बताया।