कानपुर में पुलिस एनकाउंटर से आज हर कोई सहमा हुआ है। 8 जवान इसमे शहीद हो गई। पूरे यूपी पुलिस विभाग में शोक की लहर तो है ही साथ ही अपराधी को पकड़ने का जुनून भी है। आखिर विभाग ने 8 होनहार पुलिस जवानों को खाया।
बता दें कि पुलिस एनकाउंटर में डीएसपी, सीओ औऱ दारोगा समेत 8 जवान शहीद हुई। इन्हीं में से एक थे शिवराजपुर थाने के एसओ महेश यादव.जानकारी मिली है कि जब अपराधियों ने पुलिस पर फायरिंग शुरु की थी तो इस बीच एसओ महेश यादव की एक फोन कॉल किया था और पुलिस फोर्स मंगाई थी। एसओ ने कई पुलिसकर्मियों की जान बचाई. एसओ ने गोलाबारियों के बीच किसी तरह थाने के एएसआई को फोन किया और उनको बताया कि बदमाशों ने उन्हें लोगों को घेर लिया है, वो फंस गए हैं, गोलाबारी हो रही है और अब बचना मुश्किल है. जल्दी फोर्स भेजें.
वहीं एसओ की इस कॉल के बाद पुलिस अफसर समेत पुलिस फोर्स मौके पर पहुंची और मोर्चा संभाला। एसओ के एक कॉल से कई पुलिसकर्मियों की जान बची.
जानकारी मिली है कि विकास दुबे के घर दबिश देने वाली टीम में महेश यादव सबसे आगे थे. उन्होंने मोर्चा संभाली ही था कि छत से बदमाशों ने गोलाबारी शुरु कर दी। और एक एक कर पुलिसकर्मी गिरते रहे. इस दौरान किसी तरह से महेश यादव घर के एक कमरे में छिपे, यहीं से उन्होंने थाने के एसएसआई को फोन कर घटना की जानकारी दी. इस कॉल के बाद फौरन वायरलेस किया गया. और भारी संख्या में फोर्स मौके पर पहुंची.
पुलिसकर्मियों के अनुसार शिवराजपुर एसओ महेश यादव गोली लगते ही गिर गए थे. बदमाशों ने उनकी पीठ पर दर्जनों गोलियां दागीं. मौत होने के बाद शवों को एक के ऊपर एक लाद दिया.