देहरादून : मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के कश्मीर और जामिला-मीलिया वाले बयान पर उत्तराखंड में पढ़ाई कर रहे कश्मीरी छात्रों ने नाराजगी जाहिर की है। वहीं छात्रों में रोष है लेकिन जेएंडके स्टूडेंट एसोसिएशन ने छात्रों इस मुद्दे पर कोई भी बयानबाजी न करने की अपील की है और साथ ही शांति बनाए रखने के साथ पढ़ाई औऱ अपने करियर पर ध्यान देने की अपील की है।
लोकतांत्रिक तरीके से चुने गए मुख्यमंत्री का यह बयान भेदभाव पैदा करने वाला-प्रवक्ता
बता दें कि सीएम के बयान के बाद देहरादून समेत कई जिलों में पढ़ाई कर रहे कश्मीरी छात्र नाराज हो गए जिस पर शुक्रवार को एसोसिएशन के प्रवक्ता नासिर खुहामी ने कहा कि लोकतांत्रिक तरीके से चुने गए मुख्यमंत्री का यह बयान भेदभाव पैदा करने वाला है। उन्होंने कहा कि बड़ी संख्या में कश्मीरी छात्र उत्तराखंड में पढ़ाई करते हैं। मुख्यमंत्री के बयान से उनमें असुरक्षा और भय का माहौल पैदा कर रहा है। वहीं उन्होंने कश्मीरी छात्रों की सुरक्षा सुुनिश्चित करने की मांग की।
मुख्यमंत्री का यह बयान किसी भी तरह स्वीकार्य नहीं-एसोसिएशन महासचिव
वहीं एसोसिएशन महासचिव जुनैद ने कश्मीरी छात्र से इस मुद्दे में कोई भी बयानबाजी करने से बचने की अपील की है और साथ ही करियर पर ध्यान देने की अपील की है। एसोसिएशन महासचिव जुनैद ने कहा कि मुख्यमंत्री का यह बयान किसी भी तरह स्वीकार्य नहीं है.इस पर कोई छात्र ध्यान न दें लेकिन सीएम को ऐसा बयान शोभा नहीं देता।