हल्द्वानी : कुमाऊं क्षेत्र में पेयजल किल्लत दूर करने के लिए 1967 से लंबित पड़ी जमरानी बांध परियोजना को अब पंख लगने शुरू हो गए हैं। लिहाजा राज्य सरकार ने केचमेंट ट्रीटमेंट प्लान के लिए 47 करोड रुपए धनराशि भी जारी की हैं। डूब क्षेत्र और केचमेंट ट्रीटमेंट प्लान के निरीक्षण के लिए खुद क्षेत्रीय सांसद अजय भट्ट अधिकारियों के संग हेड़ाखान क्षेत्र पहुंचे जहां उन्होंने डूब क्षेत्र में आने वाले प्रभावित ग्रामीणों से मुलाकात की।
इस दौरान अजय भट्ट को जमरानी बांध परियोजना से प्रभावित हो रहे ग्रामीणों ने अपनी कई समस्याएं और शंका रखी, जिसका जिलाधिकारी और सिंचाई विभाग के अधिकारियों द्वारा मौके पर निदान किया गया इसके अलावा गौला नदी में केचमेंट ट्रीटमेंट प्लान को लेकर भी अजय भट्ट ने स्थलिय निरीक्षण किया.
इस दौरान अजय भट्ट ने कहा कि 1967 से लंबित पड़ी इस महत्वपूर्ण योजना की प्रारंभिक शुरुआत हो गई है जल्द केंद्र सरकार से निवेदन कर जमरानी बांध परियोजना के संपूर्ण वित्तीय बजट जारी करने के प्रयास किए जाएंगे. इसके अलावा जिलाधिकारी ने भी स्थानीय लोगों की समस्याओं को सुना और उनके निस्तारण के तत्काल निर्देश दिए.
गौरतलब है कि जमरानी बांध परियोजना से न सिर्फ नैनीताल उधमसिंह नगर सहित तराई इलाके को पेयजल और सिंचाई का पानी मिलेगा बल्कि यूपी के बरेली तक इस बांध का लाभ मिलेगा।