देहरादून : त्रिवेंद्र रावत सरकार ने हरीश रावत के बीते दिन एक बयान पर नहला पर दहला यानी की तगड़ा पलटवार किया और ऐतिहासिक फैसला लेते हुए पूर्व सीएम हरीश रावत को मुंहतोड़ जवाब दिया है। जी हां, त्रिवेंद्र सरकार ने हरीश रावत के सवाल का जवाब इस तरह दिया कि कांग्रेस चारों खानों चित हो गई। बता दें कि इस बार 15 अगस्त को सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल के साथ राज्य की ग्रीष्मकालीन राजधानी भराड़ीसैंण में तिरंगा फहराएंगे। दरअसल बता दें कि बीते दिनों हरीश रावत ने त्रिवेंद्र सरकार पर ग्रीष्मकालीन राजधानी को लेकर हमला बोला था और कहा था कि ग्रीष्मकालीन राजधानी घोषित करने के 4 माह बाद भी कहीं ऐसा नहीं लगता कि सरकार ने गैरसैंण राजधानी बनाई है। यहां विकास के लिए निर्माण की बात तो दूर, कहीं भी बोर्ड तक चस्पा न कर सके। हरीश रावत ने सीएम पर भीहमला किया था। हरीश रावत ने गैरसैंण ग्रीष्मकालीन राजधानी घोषित करने के पीछे इसे मुख्यमंत्री की अपनी कुर्सी बचाने की कोशिश करार दिया था। बता दें कि बीते रविवार हरीश रावत गैरसैंण गए थे जहां गैरसैंण तिराहे पर हरीश का गाजे-बाजे के साथ जोरदार स्वागत हुआ। उन्होंने वीर चंद्र सिंह गढ़वाली की मूर्ति पर माला पहनाकर उन्हें याद किया था।
विधानसभा अध्यक्ष का बयान
विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल ने ज्यादा जानकारी देते हुए बताया कि ग्रीष्मकालीन राजधानी गैरसैंण के भराड़ीसैंण स्थित विधानसभा भवन में 15 अगस्त को आयोजित कार्यक्रमों में वो और मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत सम्मिलित होंगे। कहा कि पहला अवसर है की गैरसेंण के ग्रीष्मकालीन राजधानी बनने के बाद भराड़ीसेंण विधानसभा भवन में 15 अगस्त को मुख्यमंत्री के साथ आयोजित कार्यक्रम में शामिल होंगे। उन्होंने कहा कि इससे पहले 15 अगस्त एवं 26 जनवरी को हमेशा से ही भराड़ीसैंण विधानसभा भवन में कार्यक्रम आयोजित किए जाते रहे हैं। अग्रवाल ने यह भी कहा है कि इस दौरान वहां विधानसभा परिसर में पौधारोपण भी किया जाना है। इस अवसर पर विधानसभा अध्यक्ष ने कहा है कि गैरसेंण का ग्रीष्मकालीन राजधानी बनना सवा करोड़ उत्तराखंडियों की भावनाओं का सम्मान है।
प्रेमचंद अग्रवाल ने कहा ‘गैरसैंण उत्तराखंड की जनभावनाओं से जुड़ा है और सभी लोग बहुत खुश हैं। विधानसभा अध्यक्ष ने पत्रकारों से बातचीत के दौरान बतया कि स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर पहले ऋषिकेश विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत एवं विधान सभा देहरादून में उनके द्वारा झंडारोहण किया जाएगा जिसके बाद मौसम के ठीक रहने पर मुख्यमंत्री एवं वह देहरादून से हेलीकॉप्टर से भराड़ीसैंण पहुंचेंगे।