देहरादून : उत्तराखंड में आईएएस अधिकारियों की भारी कमी है. हालात ऐसे हैं कि उत्तराखंड कैडर के 120 आईएएस अधिकारियों में सिर्फ 68 अधिकारी ही इस वक्त कैडर में है। जिनमें से कुछ सेंटर में डेपुटेशन(प्रतिनियुक्ति) पर हैं तो कुछ स्टडी लीव के नाम पर विदेशों में हैं. आईएएस अधिकारियों की कमी और इससे होने वाले नुकसान को लेकर देखिए यह स्पेशल रिपोर्ट
9 नवंबर सन् 2000 को उत्तराखंड राज्य का गठन हुआ। राज्य गठन के साथ ही राज्य में अधिकारियों की तैनाती सबसे मुश्किल काम था। क्योंकि उस समय अधिकारियों से उत्तराखंड के विकल्प मांगे गए थे. कई वरिष्ठ अधिकारियों ने उत्तराखंड के विकल्प नहीं चुने, जिन अधिकारियों ने उत्तराखंड का विकल्प चुना उन्हें प्रमोशन देकर भी उत्तराखंड में लाने की कोशिश की गई. बावजूद इसके कई अधिकारी उत्तराखंड में काम करने को राजी नहीं थे। उत्तराखंड कैडर में पहले 60 आईएएस अधिकारी फिर 94 आईएएस अधिकारी और अब 120 आईएएस अधिकारियों के पद केंद्र द्वारा सृजित किए गए हैं। पहाड़ी और विषम भौगोलिक परिस्थितियों का राज्य होने के चलते अधिकारी इस क्षेत्र में काम करने को तैयार नहीं थे।