लक्सर-(गोविंद चौधरी) एक तरफ जहां मोदी सरकार पूरे देश को खुले शौच से मुक्त होने का दावा कर रही है तो वहीं उत्तराखंड राज्य को खुले में शौच से मुक्त अवार्ड भी ले चुका है। लेकिन लक्सर विकासखंड के दरगाहपुर गांव के ग्रामीणों ने लक्सर एसडीएम को प्रार्थना पत्र देकर बताया की पूर्व में ग्राम प्रधान ने मनरेगा व स्वजल विभाग द्वारा गांव में शौचालय निर्माण करा था जिसमें ग्राम प्रधान ने अपने चहेतों को लाभ देकर शौचालय बना दिए जबकि गांव के अंदर बाकी लोगों को लाभ नहीं दिया। कुछ को लाभ दिया भी कई का निर्माण अधर में लटके हुआ है।
आपको बताते चलें लक्सर विकासखंड के दरगाहपुर के कुछ ग्रामीणों को प्रधान द्वारा शौचालय का लाभ नहीं दिया गया है। ग्रामीणों ने बताया कि ग्राम प्रधान शौचालय निर्माण पूरा करने की एवज में दो-दो हजार की मांग कर रहा है। जबकि प्रधान ने निर्माणाधीन शौचालयों का पैसा निकाल कर बंदरबांट कर दिया है।
लक्सर एसडीएम को की शिकायत
गांव के ग्रामीणों ने लक्सर एसडीएम पूरण सिंह राणा को प्रार्थना पत्र देकर प्रधान के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। हालांकि इस पूरे मामले में लक्सर एसडीएम ने बताया कि ग्रामीणों द्वारा प्रार्थना पत्र प्राप्त हुआ है जिसकी जांच लक्सर वीडियो द्वारा कराई जा रही है, अगर कहीं कोई अनियमितता पाई जाती है तो सख्त कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
एक तरफ जहां पूरा राज्य जून 2017 में खुले में शौच से मुक्त हो गया था और उत्तराखंड को खुले में शौच मुक्त का अवार्ड भी मिल चुका है तो वहीं लक्सर विकासखंड के दरगाहपुर गांव के लोग आज भी खुले में शौच करने के लिए मजबूर हैं। बड़ी शर्म की बात है जब भी मीडिया कोई मुद्दा उठाता है तो तभी इन अधिकारियों को इसका पता चलता। बहरहाल देखना होगा की दरगाहपुर के ग्रामीणों को शौचालय का निर्माण और खुले में शौच से मुक्ति कब तक मिल पाती हैं। या फिर ये मामला यूं ही दब कर रह जाएगा।