केंद्र सरकार ने राज्यों को सौंपी थी जिम्मेदारी
प्रेस वार्ता कर मुख्य सचिव ने बताया कि लॉक डाउन 4 में केंद्र सरकार द्वारा राज्यों को ज़ोन चिन्हित करने का अधिकार दिया गया था। मुख्य सचिव ने बताया कि टोटल एक्टिवेट केस, क्षेत्र, जनसँख्या के साथ, 7 दिन में डबलिंग रेट और मृत्य दर और टेस्टिंग के आंकड़ों के आधार पर जोन तय किए गए। मुख्य सचिव ने कहा कि कंटेंनमेंट जोन में नियमों को औऱ सख्त किया जाएगा। साथ ही कंटेनमेंट जोन के बाहर बफर जोन बनाए जाएंगे। बताया कि 6 पैमानों के आधार पर जोन तय किए गए।
हरिद्वार में अब एक भी मरीज नहीं
बता दें कि उत्तराखंड में 93 मामले सामने आए हैं जिनमे से 50 से ज्यादा मरीज ठीक होकर डिस्चार्ज किए जा चुके हैं। हरिद्वार में अब एक भी मरीज नहीं है। जबकि राज्य में कोरोना से एक मौत हुई है।
ऑरेंज जोन जिले
अल्मोड़ा, देहरादून, नैनीताल, पौड़ी गढ़वाल,उधमसिंह नगर,उत्तरकाशी
ग्रीन जोन जिले
टिहरी, हरिद्वार, बागेश्वर, पिथौरागढ़, चमोली, रूद्रप्रयाग, चंपावत