देहरादून : उत्तराखंड जनरल ओबीसी इम्प्लाइज एसोसिएशन के बैनर तले बड़ी संख्या में कर्मचारी परेड ग्राउंड में एकत्रित हुए। यहां उन्होंने मुख्यमंत्री आवास कूच किया, लेकिन पुलिस ने उन्हें रोक लिया। इस दौरान उन्होंने केंद्रीय मंत्री रामबिलास पासवान का पुतला भी फूंका।
सरकार के रवैये पर जताई नाराजगी
उत्तराखंड जनरल-ओबीसी इंप्लाइज एसोसिएशन ने पदोन्नति पर लगी रोक हटाने और सीधी भर्ती में लागू नवीन रोस्टर प्रणाली को यथावत रखने की मांग को लेकर आंदोलन किया। इसके तहत महारैली निकालकर सरकार के रवैये पर नाराजगी जताने के साथ ही शीघ्र कोई पहल करने की मांग की गई।
उत्तराखंड सामान्य-ओबीसी कर्मचारी संघ की महारैली
दरअसल इससे पहले बुधवार को, उत्तराखंड सामान्य-ओबीसी कर्मचारी संघ ने महारैली का रूट नियमित योजना को दृढ़ता से जारी किया। हालांकि इसके साथ ही मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत को एक पत्र लिखा गया और प्रमोशन पर लगी रोक हटाने का अनुरोध किया गया।
एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष दीपक जोशी का बयान
एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष दीपक जोशी के अनुसार, महारैली में पूरे राज्य के साथ-साथ सीमांत जिलों चमोली और पिथौरागढ़ के कर्मचारी उत्तरकाशी से अपना विरोध व्यक्त करने के लिए देहरादून पहुंचे। कर्मचारियों का कहना है कि सर्वोच्च न्यायालय के निर्णय के बाद भी, कर्मचारी बहुत परेशान हैं कि पदोन्नति नहीं हटाई गई। हालांकि अब भी सरकार चाहे तो राज्य कर्मचारियों के जन आंदोलन को स्थगित कर सकती है।
मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर पदोन्नति पर लगे प्रतिबंध को हटाने का अनुरोध
बता देें कि उन्होंने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर पदोन्नति पर लगे प्रतिबंध को तत्काल हटाने का अनुरोध किया है। साथ ही, उनसे अपील की गई है कि नए आरक्षण रोस्टर में कोई बदलाव न करें। उन्होंने पत्र लिखकर आगाह किया है कि अगर दोनों मांगें पूरी नहीं हुईं तो एसोसिएशन एक बड़े आंदोलन के लिए मजबूर होगा।