वर्दी हर किसी को नसीब नही होती और हर कोई वर्दी का नाम रोशन नहीं कर पाता। इसके लिए कड़ी मेहनत और ईमानदारी की नौकरी करनी प़ड़ती है। कई अधिकारियों कर्मचारियों ने वर्दी को बदनाम करने का काम किया जिसेस पूरा विभाग बदनाम हुआ लेकिन कुछ कर्मचारी अधिकारी विभाग में हैं जो अपनी काबीलियत से लोगों का तो दिल जीत ही रहे हैं साथ ही ईनाम भी पा रहे हैं। ताजा मामला दिल्ली पुलिस का है जहां एख महिला कांस्टेबल को आउट ऑफ टर्नप्रमोशन दिया गया. महिला कांस्टेबल सीमा ढाका की तैनाती समयपुर बादली थाने में थी.
बता दें कि इस महिला कांस्टेबल सीमा ढांका ने 75 दिनों में 76 लापता बच्चों को ढूंढकर उनके घर पहुंचाया और एक नई मिसाल कायम की। जिसको देखते हुए विभाग ने उन्हें प्रमोशन का तोहफा दिया और कांस्टेबल से एएसआई बनाया। दिल्ली पुलिस के कमिश्नर एसएन श्रीवास्तव ने कांस्टेबल सीमा को आउट ऑफ टर्न प्रमोशन दी है. जो अब कांस्टेबल नहीं एएसआई कहलाएंगी।
आपको बता दें कि सीमा दिल्ली पुलिस की पहली पुलिसकर्मी हैं जिन्हें यह खिताब दिया गया है. सीमा की जमकर सराहना की जा रही है। लोग उन्हें लेडी सिंघम कर रहे हैं। सीमा ढांका ने 75 दिनों में 76 लापता बच्चों को ढूंढकर उनके घर पहुंचाया इन सभी बच्चों में से 54 बच्चों में से 14 साल से कम बताई जा रही है. इन सभी बच्चों को दिल्ली, पश्चिम बंगाल, उत्तर प्रदेश, बिहार, हरियाणा और पंजाब से रिहा कराया गया.