उत्तर प्रदेश के हाथरस में नाबालिग के साथ हुए गैंगरेप से देश भर के लोगों में रोष है। हर कोई पीड़िता को न्याय दिलाने की मांग कर रहा है। हर ओर प्रदर्शन किया जा रहा है। वहीं जनता की सेवक कही जाने वाली पुलिस का एक क्रूक रुप देखने को मिला। खबर है कि पुलिस द्वारा पीड़िता का जबरन खुद ही अंतिम संस्कार किया गया। पुलिस के पहरे के बीच पीड़िता का शव को जलाया गया और परिवार वालों को दूर ऱखा गया। इससे परिवार और जनता में रोष और बढ़ गया है। सीएम योगी एक्शन में है। बता दें कि पीड़ित लड़की की मौत के मामले में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से फोन पर बात की है। मोदी ने कहा है कि दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए। योगी ने खुद ट्वीट कर यह जानकारी दी है।
आदरणीय प्रधानमंत्री श्री @narendramodi जी ने हाथरस की घटना पर वार्ता की है और कहा है कि दोषियों के विरुद्ध कठोरतम कार्रवाई की जाए।
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) September 30, 2020
खुद ही किया पीड़िता का अंतिम संस्कार
14 सितंबर को गैंगरेप की शिकार हुई दलित लड़की ने दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में इलाज के दौरान मंगलवार को मौत हो गई। पुलिस लड़की के शव को लेकर मंगलवार रात 12:50 बजे उसके पैतृक गांव पहुंची, लेकिन घरवालों को लाश नहीं सौंपी। आखिरी बार बेटी का चेहरा देखने के लिए माता-पिता और भाई तड़प उठे, लेकिन परिवार वालों की एक नहीं सुनी गई और रात 2:30 बजे खुद ही उसका अंतिम संस्कार कर दिया।
वहीं इस पर पुलिस पर आरोप है कि अंतिम संस्कार के दौरान पीड़ित परिवार के एक भी सदस्य को मौजूद नहीं रहने दिया, बल्कि पुलिस ने खुद ही लाश जला दी। इस मामले को लेकर गांव में तनाव है। पीड़ित परिवार के समुदाय के लोग हाथरस की सड़कों पर प्रदर्शन कर रहे हैं, पुलिस और प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी कर रहे हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 3 सदस्यों की एसआईटी बनाकर 7 दिन में रिपोर्ट देने को कहा है। एसआईटी के अध्यक्ष गृह सचिव भगवान स्वरूप बनाए गए हैं। डीआईजी चंद्रप्रकाश और आगरा पीएससी की सेनानायक पूनम भी इसमें शामिल हैं। पूनम खुद भी एससी वर्ग से हैं।