देहरादून : भाजपा राष्ट्रिय अध्यक्ष जेपी नड्डा के उत्तराखंड दौरे का आज अंतिम दिन है। एक दिन पहले सल्ट निवासी डॉ. यशपाल रावत ने भाजपा का दामन थाम लिया। जेपी नड्डा ने उन्हें भाजपा की सदस्यता दिलाई। डाॅ. रावत के भाजपा में शामिल होने के बाद कई तरह की अटकलें भी लगाई जा रही हैं। राजनीति गलियरों में इस बात की चर्चा भी होने लगी है कि क्या डाॅ. रावत दिवंगत विधायक सुरेंद्र सिंह जीना के निधन के बाद खाली हुई सल्ट विधानसभा सीट से भाजपा के उम्मीदवार होंगे ? हालांकि यह फिल्हाल तय नहीं हुआ है, लेकिन जिस तरह से उनको अचानक पार्टी में शामिल कराया गया, उससे लोग यही मान रहे हैं कि यह सल्ट विधानसभा उप चुनाव की तैयारी है।
सल्ट विधायक सुरेंद्र सिंह जीना थे कोरोना संक्रमित
गौर हो की पिछले महीने सल्ट विधायक सुरेंद्र सिंह जीना का निधन हो गया था। वो कोरोना से संक्रमित थे। उनकी पत्नी की भी उनके निधन के कुछ दिन पहले मृत्यु हुई थी। पत्नी के जाने के गम में उन्होंने खाना छोड़ दिया था। उनके स्वस्थय में लगातार गिरावट आ रही थी कि तभी वो कोरोना संक्रमित हो गए और उनका निधन हो गया। जिसके बाद सल्ट विस सीट खाली हो गई थी। वहीं बीते दिन सल्ट निवासी डॉ. यशपाल रावत को जेपी नड्डा ने भाजपा की सदस्यता दिलाई जिससे अब गलियारों में चर्चा है कि सल्ट से रावत ही प्रत्याशी होंगे और सल्ट सीट पर रावत का परचम लहराएगा।
पेशे से डॉ. यशपाल रावत सर्जन, छोड़ी सरकारी नौकरी
आपको बता दें कि डॉ. यशपाल रावत सर्जन हैं और लंबे समय तक काशीपुर सरकारी अस्पताल में तैनात रहे। यशपाल रावत की पत्नी भी काशीपुर अस्पताल में एमडी फिजिशिय़न थी। पत्नी की असमय मौत के बाद डॉ. रावत ने सरकारी नौकरी छोड़ दी और काशीपुर में ही चामुंडा अस्पताल खोला। डॉ. यशपाल रावत ने अपने गृहक्षेत्र की ओर ध्यान दिया। उन्होंने सल्ट लौटकर लोगों की सेवा की। खबर है कि कांग्रेस में हरीश रावत और उनके शिष्य रहे रणजीत रावत सल्ट सीट से चुनाव लड़ सकते हैं। दोनों के बीच इस सीट से चुनाव लड़ने को लेकर खींचतान चल रही है।