इस दौरान डॉक्टर अनुराग ने अमित को ब्रूनी की पुरानी फोटो भी दिखाई. फोटो देखने के बाद अमित का माथा ठनक गया, क्योंकि अनुराग द्वारा दिखाई गई यह फोटो भी हूबहू उस कुत्ते जैसी ही थी.अमित ने डॉ. अनुराग को बताया कि वह कुत्ता तो आनंद वर्मा के पास है. यह सुनकर डॉ. अनुराग शिवनगर स्थित निर्मल सिंह के घर पहुंच गए और उनका कुत्ता वापस करने की मांग करने लगे. दोनों ही पक्षों द्वारा अपना-अपना मालिकाना हक जताने से विवाद पैदा हो गया. जिसके बाद पहले मामला अपर पुलिस अधीक्षक राजेश भट्ट के संज्ञान में आने के बाद कोतवाली जा पहुंचा.
दोनों ही पक्ष कुत्ते के साथ पहुंच गए
कोतवाली में दोनों ही पक्ष कुत्ते के साथ पहुंच गए करीब दो घंटे की मेहनत के बाद जब वरिष्ठ उपनिरीक्षक एस.के कापड़ी मामले का समाधान नहीं निकाल पाए तो मामला कटोराताल चौकी इंचार्ज के पास पहुंच गया. जिसके बाद दोनों पक्षों की मौजूदगी में यह तय किया गया कि आज दिन में कुत्ते को दोनों ही पक्षों के घरों के मध्य स्थान पर छोड़ा जाएगा कुत्ता जिस पक्ष की तरफ जाएगा उसी का मालिकाना हक माना जायेगा. इस बात पर दोनों पक्षों की सहमति के बाद कुत्ते को कोतवाली में ही रखा गया. काशीपुर पुलिस कुत्ते की परीक्षा लेकर यह तय कर लेगी कि उसका असली स्वामी कौन है।